गाजियाबाद। गाजियाबाद में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने में नए तरीके का भ्रष्टाचार सामने आया है। लाभार्थी को किसी दूसरे व्यक्ति के प्लाट पर खड़ा करके फोटो खिंचवाया जाता है, फिर उसकी आइडी बनाकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत धनराशि आवंटित कर दी जाती है। मकान बनाए जाने की समयावधि पूरी होने पर पुराने मकान का ही रंग रोगन करके आखिरी किश्त भी जारी कर दी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस तरह से भ्रष्टाचार किए जाने की संभावना है। ऐसे में अन्य जिलों के साथी भी इसकी अपने यहां पड़ताल कराएं तो हो सकता है कि जागरण को एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश करने का श्रेय मिल जाए।