मथुरा। मथुरा में गोवर्धन रोड (श्रीजी बाबा के सामने) से जुड़ा गणेशरा-बाकलपुर का मुख्य मार्ग अब पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिससे हजारों स्थानीय लोगों और स्कूली बच्चों का जीवन खतरे में पड़ गया है। यह सड़क कई गांवों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है और हर दिन 10,000 से अधिक लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। सड़क की बदहाली से परेशान होकर स्थानीय निवासियों ने सड़क पर बने गड्ढों में खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
खतरे में स्कूली बच्चों का जीवन
यह मार्ग सिर्फ आवागमन का साधन नहीं, बल्कि जीवन रेखा है। इसी सड़क पर 4-5 प्रमुख स्कूल भी हैं, जिनमें हजारों विद्यार्थी हर दिन आते-जाते हैं। सड़क की हालत इतनी खराब है कि कोई भी 10 मीटर का हिस्सा सुरक्षित नहीं बचा है। गड्ढों और जलभराव के कारण यह रास्ता पूरी तरह से अनुपयोगी हो गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात से पहले सड़क को गड्ढा-मुक्त करने का कोई काम नहीं हुआ, जिससे अब स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क की दयनीय हालत के कारण कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। यह सड़क नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत शहर के बीचो-बीच स्थित है, फिर भी प्रशासन की अनदेखी लोगों को हैरान कर रही है। लोगों ने बताया कि कई बार शिकायतों के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए समाज के विभिन्न वर्ग

सड़क की दुर्दशा से गुस्साए स्थानीय लोगों ने प्रशासन का ध्यान खींचने के लिए अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। वे सड़क पर बने गहरे गड्ढों में खड़े हो गए और प्रशासन से तुरंत संज्ञान लेने की अपील की। इस विरोध प्रदर्शन में समाज के कई प्रतिष्ठित लोग शामिल थे, जिनमें श्री दीपक कुमार शर्मा (एडवोकेट), श्री रमेश चंद (वरिष्ठ पत्रकार), श्री नीरज कुमार शर्मा (एडवोकेट), श्री पुष्पेंद्र पचौरी (एडवोकेट), श्री कृष्णा शर्मा (आर्किटेक्ट), श्री आकाश कुमार शर्मा (डॉक्टर साहब), श्री बृजमोहन दुबे, श्री शिवराम ठाकुर, श्री रामप्रकाश शर्मा (एडवोकेट), श्री देवा गुर्जर (एडवोकेट), श्री पवन शर्मा, श्री जयंती शर्मा, श्री लोकेश पचौरी और श्री गगन पचौरी जैसे लोग प्रमुख थे।
तत्काल समाधान की मांग
प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर में प्रशासन से मांग की है कि सड़क के नवीनीकरण और पुनर्निर्माण का काम बिना किसी देरी के शुरू किया जाए। उनका कहना है कि यह केवल सुविधा का सवाल नहीं, बल्कि हजारों लोगों की सुरक्षा का मामला है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो किसी भी दिन कोई गंभीर हादसा हो सकता है, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से प्रशासन की होगी। इस विरोध प्रदर्शन से यह उम्मीद जताई जा रही है कि प्रशासन जल्द ही इस गंभीर समस्या पर ध्यान देगा और लोगों को राहत मिलेगी।
