सीबीआई और पुलिस का रूप धर लोगों को चुना लगाने के मामले तो आपने बहुत देखे और पढ़े होंगे। इस बार एटा के कारोबारी को लाखों की चोट दी है वो भी ED अधिकारी बनकर। पढ़िए ये पूरी खबर
एटा (जलेसर) : एटा जिले के नगर क्षेत्र में इन दिनों अपराधियों का नया तरीका सामने आ रहा है, जहां नकली पुलिस और अब नकली ईडी (एंफोर्समेंट डायरेक्टरेट) अधिकारी बनकर साइबर अपराधी लोगों को ठग रहे हैं। ताजा मामला नगर के मोहल्ला गली सर्राफा के घुंघरू कारोबारी ग्रीष चन्द्र बंसल से जुड़ा हुआ है, जिनसे मनी लॉन्ड्रिंग की धमकी देकर लगभग 23 लाख रुपये ठग लिए गए। इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
नकली ईडी अफसर ने की मनी लॉन्ड्रिंग की धमकी
घटना के अनुसार, पीड़ित कारोबारी ग्रीष चन्द्र बंसल के पास मंगलवार को एक व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को ईडी का अधिकारी बताते हुए कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी गंभीर धाराएं बताई और उसे धमकाया कि वह विदेश को अवैध रूप से पैसे भेजने में शामिल है। धमकी के डर से कारोबारी ने साइबर ठगों के झांसे में आकर लगभग 23 लाख रुपये की रकम ठगने वालों के बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दी।
पीड़ित के अनुसार, पहले 18 लाख 75 हजार 588 रुपये आईडीएफसी बैंक के खाते में भेजे गए और फिर 4 लाख 40 हजार रुपये एचडीएफसी बैंक के खाते में ट्रांसफर किए गए। इस धोखाधड़ी से कारोबारी को गहरा मानसिक आघात हुआ, और उसने अपनी तहरीर कोतवाली पुलिस को दी।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, सायबर क्राइम ने शुरू की जांच
कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक डॉ सुधीर राघव ने बताया कि सायबर क्राइम होने के कारण यह मामला सायबर क्राइम पुलिस को सौंप दिया गया है, जहां इस पर गहन जांच की जा रही है। पुलिस ठगों के पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है ताकि पीड़ित कारोबारी का पैसा वापस दिलाया जा सके।
साइबर ठगी के मामले में बढ़ती हुई चेतावनी
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि साइबर ठगी का खतरा अब और भी बढ़ गया है, खासकर व्यापारियों और आम नागरिकों के लिए। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार की वित्तीय जानकारी साझा करने से पहले सावधानी बरतें।
नकली पुलिस और ईडी के स्कैम से बचने के उपाय
पुलिस ने यह भी सलाह दी है कि यदि कोई व्यक्ति खुद को पुलिस या ईडी का अधिकारी बताकर पैसे मांगता है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों से सत्यापन करवाएं। किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन करने से पहले उसकी वैधता और सत्यता की जांच करें।