जीएलए के विधि छात्र रौनक का राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णिम कीर्तिमान

Sumit Garg
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जीएलए के विधि छात्र रौनक उपमन्यु ने 251 प्रथम पुरस्कार जीतकर ब्रज का नाम देशभर में किया रोशन

 

(कोमल सोलंकी)

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के विधि संकाय के अंतिम वर्ष के प्रतिभाशाली छात्र रौनक उपमन्यु ने राष्ट्रीय स्तर पर जीएलए की उत्कृष्ट की शिक्षा की छाप छोड़ी है। रौनक ने अब तक देशभर के प्रतिष्ठित आईआईटी, आईआईएम और विश्वविद्यालयों में आयोजित 279 बहस (डिबेट) प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है, जिनमें से 251 में प्रथम पुरस्कार जीतकर वे देश के पहले ऐसे छात्र डिबेटर बन गए हैं, जिन्होंने इतनी बड़ी संख्या में प्रथम स्थान प्राप्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि न केवल जीएलए विश्वविद्यालय बल्कि संपूर्ण ब्रज क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।

गत दिवस दिल्ली आईआईटी में आयोजित संविधान सभा की बैठक में भी जीएलए के रौनक ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर अपनी स्वर्णिम उपलब्धियों की श्रृंखला को और समृद्ध किया। इस वर्ष रौनक ने कुल 43 प्रतियोगिताओं में भाग लिया और सभी में प्रथम पुरस्कार जीतकर यह साबित किया कि कठिन परिश्रम और वक्तृत्व कौशल का संगम हमेशा सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।

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इस साल रौनक ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में आयोजित एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसमें उन्हें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त इंदौर इंस्टिट्यूट ऑफ लॉ में प्रथम पुरस्कार, आईआईटी दिल्ली में प्रथम पुरस्कार, तथा इंडियन नेशनल कांग्रेस द्वारा आयोजित युवा संसद प्रतियोगिता में भी उन्होंने अव्वल स्थान हासिल किया, जहां उन्हें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और सांसद राजीव शुक्ला द्वारा सम्मानित किया गया।

पिछले 25 दिनों के भीतर ही रौनक ने आठ प्रथम पुरस्कार जीतकर अपनी प्रतिभा का लौह मनवाया है। इन प्रतियोगिताओं में आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, वेंकटेश्वर कॉलेज, देहरादून प्रौद्योगिकी संस्थान, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज और हिंदू कॉलेज प्रमुख रहे, जिनमें से हिंदू कॉलेज में उन्हें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने स्वयं पुरस्कृत किया।

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रौनक की इस असाधारण उपलब्धि पर जीएलए विश्वविद्यालय परिवार भी गर्व महसूस कर रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बधाई देते हुए कहा कि रौनक उपमन्यु ने अपने कठिन परिश्रम, आत्मविश्वास और अद्भुत वक्तृत्व कौशल से न केवल जीएलए विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया है, बल्कि ब्रजभूमि को भी राष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाई है। जीएलए की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और समर्पित शिक्षकों के मार्गदर्शन ने विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर दिया है और रौनक की उपलब्धि उसी का परिणाम है। इतनी बड़ी संख्या में प्रथम पुरस्कार जीतना न केवल रिकॉर्ड है, बल्कि आने वाली युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

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वहीं विधि संकाय के डीन प्रो. सोमेश धमीजा ने कहा जीएलए के रौनक उपमन्यु ने डिबेटिंग के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, वह विधि शिक्षा और युवा संसद की परंपरा के लिए एक स्वर्णिम अध्याय है। जीएलए विश्वविद्यालय का शैक्षणिक वातावरण, अनुसंधान-आधारित शिक्षा पद्धति और व्यवहारिक प्रशिक्षण ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद की है। उनकी निरंतर सफलता यह सिद्ध करती है कि यदि विद्यार्थी समर्पण, मेहनत और सही दिशा में प्रयास करें तो वे किसी भी मुकाम तक पहुंच सकते हैं। रौनक का यह रिकॉर्ड पूरे छात्र समुदाय के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण है।

 

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प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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