शक्ति साधना धाम वृंदावन की श्री महंत साध्वी शांभवी चेतना जी का गोलोकवास
वृंदावन।
शक्ति साधना धाम वृंदावन की श्री महंत साध्वी शांभवी चेतना जी ने बीमारी के चलते कल वृंदावन स्थित रामकृष्ण अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके गोलोकवास से संत समाज एवं भक्तों में गहरा शोक व्याप्त है।
साध्वी शांभवी चेतना जी अयोध्या आंदोलन से जुड़े शक्ति साधना धाम के पीठाधीश्वर एवं निरंजनी अखाड़े से वेदांताचार्य महामंडलेश्वर स्वामी चित्प्रकाशानंद गिरी जी की शिष्या थीं। शक्ति साधना धाम के महामंत्री डॉ. दिवाकर तिवारी ने बताया कि उनका संपूर्ण संत जीवन सद्गुरुदेव के साथ-साथ सद्गुरुदेव के गुरुदेव, श्रीधाम अयोध्या मंदिर के ट्रस्टी, निरंजनी अखाड़े के युगपुरुष श्रद्धेय महामंडलेश्वर स्वामी परमानंद गिरी जी के मार्गदर्शन एवं सानिध्य में व्यतीत हुआ।
उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान कारसेवा में भी सक्रिय सहभागिता निभाई। ऐसे समय में जब महिला संतों को नेतृत्व की भूमिका में स्वीकार करने से समाज हिचकता था, साध्वी शांभवी चेतना जी ने सद्गुरुदेव की कृपा से शक्ति साधना धाम की बागडोर संभाली और जीवनपर्यंत अपने दायित्वों का निर्वहन किया। उनके मार्गदर्शन में वृंदावन के साथ-साथ हरिद्वार एवं दिल्ली में भी आश्रमों की स्थापना हुई।
उन्होंने निर्धन एवं अनाथ कन्याओं के विवाह कराए तथा सामाजिक सेवा के अनेक कार्य किए। वर्ष 2025 में संपन्न अमृत महाकुंभ में उनके मार्गदर्शन में शक्ति साधना धाम के शिविर में लाखों संतों एवं श्रद्धालुओं की सेवा की गई।
लगभग 85 वर्ष की आयु में उन्होंने वृंदावन में देह त्याग किया। शक्ति साधना धाम, वृंदावन में प्रमुख संतों की उपस्थिति में उन्हें विधिवत समाधिस्थ किया गया।
अंतिम संस्कार एवं समाधि कार्यक्रम में महामंडलेश्वर स्वामी अनंत देव गिरी महाराज (वामदेव पीठ), महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद सरस्वती जी महाराज, परमहंस श्री स्वामी सुरेशानंद जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी आदित्यानंद गिरी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी वेदानंद गिरी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी नवल योगी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद जी महाराज, ब्रह्मचारी श्री स्वामी वैराग्य स्वरूप जी महाराज, श्री स्वामी ब्रह्मेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज, श्री स्वामी गौरव स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज, दीदी डॉ. अपराजिता गिरी, साध्वी वेद जी, रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय महामंत्री कुमार सुशांत, वात्सल्य ग्राम से साध्वी सत्यसिद्धा एवं साध्वी ध्वनि उपस्थित रहीं।
उनके देहावसान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, वात्सल्य मूर्ति पद्म भूषण साध्वी ऋतंभरा दीदी तथा रामायण रिसर्च काउंसिल की रितु दीदी ने शोक व्यक्त किया।
भक्त मंडल से अध्यक्ष विजय अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, महामंत्री डॉ. दिवाकर तिवारी, मोहन गुप्ता, सोनू गुप्ता, अशोक गुप्ता, शिवकुमार गुप्ता, रजनीकांत गर्ग, महेश वर्मा, ऋचा तिवारी, निर्मला, नूतन, सुनीता पालीवाल सहित विभिन्न शहरों से आए श्रद्धालुओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
