श्रीमनःकामेश्वर मंदिर के भंडारे में दिखी सद्भावना,  मिटाया धर्म जाति ऊंच-नीच  अमीर-गरीब का भेद, एक ही पंगत में ग्रहण किया प्रसाद

Dharmender Singh Malik
3 Min Read
दरेसी पर चल रहे श्री मनःकामेश्वर नाथ मंदिर के वार्षिक भंडारे में भाेजन प्रसादी परोसते श्रीमहंत योगेश पुरी और मठ प्रशासक हरिहर पुरी।

आगरा। श्रीमनःकामेश्वर मंदिर, रावत पाड़ा द्वारा आयोजित बेमिसाल भंडारे में सोमवार को सामाजिक, धार्मिक सद्भवना प्रदर्शित हुई। विभिन्न धर्म, जाति और वर्ग के श्रद्धालुओं ने एक ही पंगत में बैठ कर प्रसाद ग्रहण किया।

दरेसी पर सड़क पर सोमवार को बड़ा ही मनमोहक और प्रेरक माहौल था। सड़क के दोनों छोरों पर बैरियर लगा कर रास्ता रोक दिया गया था। सड़कके दोनों ओर कुर्सी और टेबल लगाई गई थी,जिन पर वहां पहुंचे सभी लोगों को प्रसाद ग्रहण कराया गया। हालत यह थी कि सुबह से शुरू हुए इस भंडारे में देर शाम तक लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कुर्सियों के पीछे खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए।

See also  न्यू दक्षिणी बाईपास पर सड़क दुर्घटना में सेना का जवान घायल

ट्रालियों से परोसा भोजन

खीर, पूड़ी, सब्जी आदि को ट्रालियों में भर-भर कर परोसा गया। इसके लिए स्वयं मठ प्रशासक हरिहर पुरी जुटे हुए थे, उनके साथ अन्य सहयोगी भी थे। श्रीमहंत योगेश पुरी और मठ प्रशासक हरिहर पुरी के अनुसार इस भंडारे में लगभग 20 कुंतल दूध, 30 कुंतल आटा, 40 कुंतल सब्जी, 10 कुंतल मालपुआ आदि वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि 3 नंवबर उनके पूज्य पिताजी मंदिर के महंत उद्धवपुरी जी महाराज ब्रह्मलीन हुए थे। इसलिए उनकी स्मृति में तीन नवंबर के आस पास के सोमवार को भंडारा करा देते। दिगनेर में रामलीला महोत्सव और गंगा स्नान के पश्चात आज भंडारा कराया है, जिसमें लगभग 30 हजार लोगों की प्रसादी ग्रहण की है।

See also  एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद दुष्कर्म का मामला दर्ज, पीड़िता ने तहरीर बदलने का आरोप लगाया

सभी धर्मों के अनुयायी पहुंचे

कैथोलिक समाज के विद्यार्थियों के अलावा फादर मून लाजरस, मौलाना उजेर आलम, गुरुनाम सिंह, फादर क्रिस्टोफर, असलम सैफी के अलावा अनूप यादव, पवन समाधिया, उपमा गुप्ता, नवीन गौतम, डा.डीवी शर्मा, मंजू भदौरिया, बबिता चौहान, बबिता पाठक, बंटी ग्रोवर सहित शहर के अनेक समाजसेवी, पत्रकार, राजनीतिक जन मौजूद रहे।

दरेसी पर स्थापित किए बाबा

भंडारा स्थल पर पर ही बाबा मनःकामेश्वर की झांकी को सजाया गया था। श्रद्धालु बाबा की ओर सजल नेत्रों से निहार रहे थे।

स्वच्छता का पूरा ध्यान

गंदगी का नामोनिशान नहीं था। आमतौर पर भंडार होता है तो चारों और गंदगी छितरा जाती है। हजारों लोगों की उपस्थिति होने पर भी स्वच्छता देखते ही बनती थी।

See also  कैराना से इकरा बनी प्रत्याशी- जानिए हसन परिवार का राजनीतिक सफर

 

See also  नरेंद्र भारद्वाज कलक्ट्रेट कर्मचारी के संघ अध्यक्ष निर्वाचित हुए
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement