हाथरस। हाथरस के पीसी बागला डिग्री कॉलेज में हुए छात्रा यौन शोषण कांड में पुलिस अब प्रधानाचार्य महावीर सिंह छोकर पर भी शिकंजा कसती नजर आ रही है। आरोपी प्रोफेसर रजनीश कुमार की गिरफ्तारी के बाद, कुछ पीड़ित छात्राओं के बयानों ने इस मामले में प्राचार्य की संदिग्ध भूमिका की ओर इशारा किया है।
पीड़ित छात्राओं ने अपने बयानों में पुलिस को बताया है कि उन्होंने प्रोफेसर रजनीश द्वारा किए जा रहे यौन शोषण की शिकायत प्राचार्य महावीर सिंह छोकर से की थी। हालांकि, आरोप है कि प्राचार्य ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया और मामले को दबाने का प्रयास किया। इतना ही नहीं, छात्राओं को धमकाकर वापस भेज दिया गया, जिससे प्रोफेसर रजनीश को अपने घिनौने कृत्यों को अंजाम देने का और अवसर मिला।
पुलिस का मानना है कि प्राचार्य को छात्रों के यौन शोषण की जानकारी होने के बावजूद, उन्होंने इस अपराध को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया, बल्कि उसे बढ़ावा देने में अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका निभाई। यह लापरवाही और मिलीभगत प्राचार्य को भी कानूनी कार्रवाई के दायरे में ला सकती है।
गौरतलब है कि इस मामले का मुख्य आरोपी, प्रोफेसर रजनीश कुमार, पहले ही कई छात्राओं द्वारा यौन शोषण के मुकदमे दर्ज कराए जाने के बाद गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने उसे प्रयागराज से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की गहन जांच कर रही है। अब प्राचार्य पर शिकंजा कसने से इस पूरे कांड की परतें खुलने और अन्य संभावित दोषियों के सामने आने की उम्मीद है।