आगरा: योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा दायर श्रीकृष्ण विग्रह मामले में सर्वे को लेकर सुनवाई एक बार फिर टल गई है। आगरा के लघुवाद न्यायालय में चल रहे इस मामले में विपक्षी पक्षों द्वारा सर्वे पर आपत्ति दर्ज कराने के कारण सुनवाई टली है।
क्या है मामला?
यह मामला जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के विग्रह दबाए जाने के दावे से जुड़ा है। वादी का दावा है कि मासिर-ए-आलमगीरी पुस्तक में इसकी पुष्टि होती है।
सर्वे पर विरोध
विपक्षी पक्षों में से एक, जामा मस्जिद प्रबंधन समिति ने पहले ही सर्वे पर आपत्ति दर्ज कर दी है। हालांकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) ने अभी तक अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है।
अगली सुनवाई
न्यायालय ने ASI को सर्वे पर आपत्ति दाखिल करने के लिए अंतिम मौका देते हुए अगली सुनवाई की तारीख 12 नवंबर निर्धारित की है।
क्या कहते हैं वादी के वकील?
वादी के वकील अजय प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने जामा मस्जिद के सर्वे पर आपत्ति के खिलाफ अपनी लिखित बहस पेश कर दी है।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद का यह मामला लंबे समय से विवादित रहा है और इसका समाधान अभी भी दूर लग रहा है। सर्वे के परिणाम इस मामले के भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं।