फतेहपुर सीकरी, आगरा: मंगलवार को फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश और तेज हवा ने किसानों की खड़ी और कटी हुई धान की फसल को भारी नुकसान पहुँचाया है। इस प्राकृतिक आपदा के चलते किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्रशासन से तत्काल सर्वे और मुआवजे की मांग की है।
80 से 90 प्रतिशत का भारी नुकसान
बारिश के बाद किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने सरसा, अरहेरा, मलिकपुर, और जाजऊ जैसे कई गाँवों का दौरा किया। किसानों ने उन्हें अपने खेतों की स्थिति दिखाई, जहाँ पानी भरने से खड़ी फसलें ज़मीन पर बिछ गई हैं और कटी हुई फसलें पानी में डूब गई हैं।
दौरे के दौरान, मोहन सिंह चाहर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बारिश के कारण धान की फसल को 80 से 90 प्रतिशत तक का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जो फसल खेतों में बिछ गई है या पानी में डूबी पड़ी है, उसके सड़ने की पूरी आशंका है। किसानों की साल भर की मेहनत इस बारिश ने बर्बाद कर दी है।
प्रशासन से तत्काल सर्वे और मुआवजे की मांग
किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने स्थानीय प्रशासन से आग्रह किया है कि वे प्रभावित क्षेत्रों का तत्काल और निष्पक्ष सर्वे कराएँ, ताकि नुकसान की सही जानकारी मिल सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
मोहन सिंह चाहर ने यह भी बताया कि वह जल्द ही जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे और उन्हें बारिश से हुई फसल बर्बादी की स्थिति से अवगत कराएँगे, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
किसानों के साथ खड़े रहे किसान नेता
इस मुश्किल घड़ी में किसान नेता मोहन सिंह चाहर के साथ शैलेंद्र उपाध्याय, ऋषि लवानिया, जवाहर सिंह, गणपति सिंह, निबोरी लाल, शिवकुमार, रंधीर सिंह चाहर, बाबूलाल, हरिओम सिंह, लक्ष्मण सिंह चाहर, कोमल सिंह चाहर, हरिभान सिंह, दरोगा सिंह, हाकिम सिंह चाहर, विनोद कुमार, बबलू, और महावीर सिंह सहित कई अन्य किसान मौजूद रहे। उन्होंने एकजुट होकर सरकार से किसानों के नुकसान की भरपाई करने की अपील की है।