आगरा: ताजनगरी में पर्यावरण संरक्षण के दावों को धता बताते हुए एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हरीपर्वत क्षेत्र के विजयनगर में स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक पर बिना किसी अनुमति के एक हरे पेड़ को आरी चलाकर काटने का गंभीर आरोप लगा है।
मेडी हॉप अस्पताल का मामला
यह मामला मेडी हॉप अस्पताल से जुड़ा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, अस्पताल संचालक ने अस्पताल के ठीक बाहर लगे एक हरे-भरे पेड़ को अवैध तरीके से काट दिया। हरे पेड़ों को काटना वन और पर्यावरण कानूनों के तहत एक गंभीर अपराध माना जाता है, जिसके लिए पहले सरकारी विभागों से अनुमति लेना अनिवार्य होता है।
सूत्रों के मुताबिक, हरे पेड़ को काटते समय किसी तरह की वैधानिक अनुमति नहीं ली गई।
सबूत छिपाने की कोशिश
पेड़ काटने के बाद, संचालक ने इस मामले को छिपाने की भी कोशिश की। आरोप है कि कटे हुए पेड़ की लकड़ी और डालियों को आनन-फानन में मौके से हटा दिया गया, ताकि कोई सबूत न बचे और मामले को दबाया जा सके।
पर्यावरण प्रेमियों और स्थानीय निवासियों ने इस कृत्य पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि जहाँ एक ओर सरकारें पौधारोपण को बढ़ावा दे रही हैं, वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार संस्थानों द्वारा इस तरह खुलेआम पेड़ों की कटाई करना गंभीर चिंता का विषय है।
इस मामले पर प्रशासन को संज्ञान लेते हुए अस्पताल संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।
