आगरा: ताज महल के ऐतिहासिक परिसर में आयोजित ‘एचएसबीसी ताज-ओ-ताज’ कार्यक्रम ने एक अद्भुत सांस्कृतिक माहौल का निर्माण किया। इस भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन बेबी रानी मौर्य, कैबिनेट मंत्री, मंडलायुक्त आगरा शैलेंद्र कुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार, DRM आगरा, VC ADA M अरुणमोजहि, नीरज जेटली, पूरण डावर, रेणुका डैंग, अनिल शर्मा, और संदेश जैन द्वारा किया गया।
इस आयोजन में खास बात यह रही कि विभिन्न संगीत प्रस्तुतियों ने ताज महल की भव्यता और सांस्कृतिक धरोहर को और भी सुंदर बना दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, और इसके बाद संगीत और ग़ज़ल के शानदार प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संगीत से सजी शाम
‘एचएसबीसी ताज-ओ-ताज’ कार्यक्रम में हवेली संगीत का कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें अंकिता जोशी और पंडित रतन मोहन शर्मा ने अपनी गायकी से श्रोताओं को मोह लिया। उनकी प्रस्तुतियाँ “राधे शरणाम नमः”, “राग केदार में तीन ताल में गोकुल में बाजत कहाँ बधाई” और “गोविंद दामोदर माधव” ने कार्यक्रम में एक धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण का निर्माण किया।
दूसरे सत्र में प्रतिभा सिंह बघेल और दीपक पंडित ने ग़ज़लों की प्रस्तुति दी। दीपक पंडित ने “कौन कहता है मोहब्बत की ज़ुबान होती है” और “सूल्फाक ताल में निबद्ध ग़ज़ल कोई पास आया सवेरे सवेरे, शाम से आँख में नमी सी क्यों है” जैसी ग़ज़लों की प्रस्तुति दी। वहीं, प्रतिभा सिंह बघेल ने अपनी ग़ज़ल “मेरे हम नफ़ेसर मेरे हम नवा मुझे दोस्त बनके दागा ना दे”, “बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो ना थी” और “सादगी तो हमारी ज़रा देखिए” जैसी शानदार प्रस्तुतियाँ दीं।
कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभा सिंह बघेल ने अमीर ख़ुसरो की मशहूर ग़ज़ल “छाप तिलक” भी प्रस्तुत की, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बन गई।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस शानदार कार्यक्रम में HSBC के मार्केटिंग हेड जसविंदर सोढ़ी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अरविंदर सिंह साहनी, और ज़ाइरो के फाउंडर विकास कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अलावा, एडवोकेट सुभ्रत मेहरा और बड़ी संख्या में श्रोता भी कार्यक्रम में शामिल हुए, जिन्होंने संगीत का आनंद लिया।
कार्यक्रम का संचालन दुर्गा जसराज और सुधीर नारायण ने किया, जिन्होंने इसे और भी जीवंत और आकर्षक बना दिया। पंडित जसराज कल्चरल फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम के आयोजन में अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम में करीब 400 सुधि श्रोताओं ने संगीत का भरपूर आनंद लिया, और ताज महल के परिसर में संगीत का यह अद्भुत संगम सभी के दिलों में बसा रहेगा।
‘एचएसबीसी ताज-ओ-ताज’ कार्यक्रम न केवल संगीत के क्षेत्र में एक अद्वितीय आयोजन था, बल्कि इसने ताज महल के ऐतिहासिक परिसर में भारतीय संस्कृति और कला को नये रंगों में पेश किया।