पुलिस को घर में मिला खून से सना शव, सिर पर डंडे के वार और गले में कसे साड़ी के फंदे के निशान
आगरा। जमीन की चाह ने एक पत्नी को इस कदर अंधा बना दिया कि उसने अपने ही जीवनसाथी की हत्या कर दी। शनिवार देर रात फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के गांव दुल्हारा में प्रीति नाम की महिला ने अपने पति सुरेश (45) के सिर पर डंडे से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद वह पड़ोस में जाकर शोर मचाती रही “इन्होंने कुछ कर लिया है!” लेकिन जब लोग घर में पहुंचे तो सुरेश खून से लथपथ ज़मीन पर पड़ा था।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। मृतक के भाई सोबरन सिंह की तहरीर पर पुलिस ने पत्नी प्रीति समेत अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।
सिर पर डंडे से वार, गले में साड़ी का फंदा :पुलिस के अनुसार, सुरेश के सिर में गहरी चोट के निशान थे और गले में साड़ी का कसाव साफ दिखाई दे रहा था। मौके से खून से सना टूटा हुआ डंडा भी बरामद किया गया है। इंस्पेक्टर आनंद वीर सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में यही स्पष्ट हुआ है कि सिर पर डंडे से प्रहार ही मौत का कारण बना।
भूमि विवाद बना वजह, प्रीति चाहती थी सब कुछ अपने नाम : पड़ोसियों और स्वजन के अनुसार, प्रीति अक्सर सुरेश पर परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज कराने और आठ बीघा खेत अपने नाम कराने का दबाव बनाती थी। इसी बात को लेकर दोनों में आए दिन झगड़ा होता था। यह विवाद शनिवार रात खूनी मोड़ पर पहुंच गया।
पहली पत्नी से तलाक के बाद की थी दूसरी शादी:सुरेश ने लगभग नौ साल पहले पहली पत्नी से तलाक लेकर प्रीति से शादी की थी। दोनों का एक सात वर्षीय बेटा कुलदीप है। रिश्ते की शुरुआत से ही दोनों के बीच अनबन बनी रही। कुछ समय पहले प्रीति ने सुरेश पर मारपीट का आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत भी की थी, जिसके बाद सुरेश के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई हुई थी।
हत्या की रात ही लौटी थी ससुराल, बेटा मायके में छोड़ आई थी:पुलिस के अनुसार, प्रीति कुछ समय से अपने मायके में रह रही थी और शनिवार को ही वापस लौटी थी। वह अपने बेटे को मायके में ही छोड़ आई थी। रविवार सुबह सुरेश की लाश मिलने से गांव में सनसनी फैल गई।
बेटे के हाथों नसीब नहीं हुई मुखाग्नि:पोस्टमार्टम के बाद जब सुरेश का शव शाम को गांव पहुंचा, तो अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। लेकिन इकलौता बेटा कुलदीप ननिहाल में होने की वजह से अपने पिता को मुखाग्नि नहीं दे सका। अंततः मृतक के भतीजे राहुल ने चिता को अग्नि दी। स्वजन का कहना है कि बेटे को बुलाने के लिए सूचना दी गई थी, लेकिन आरोपित प्रीति के मायके वालों ने उसे भेजा नहीं।