आगरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षाओं में असफल रहे छात्रों को एक और मौका देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। बोर्ड ने इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आज, 19 मई से शुरू कर दी है। यह उन छात्रों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है जो अपनी परीक्षा में सफल नहीं हो सके थे।
हाईस्कूल के इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए योग्य छात्र 19 मई से 10 जून की मध्यरात्रि 12 बजे तक आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अनुसार, इन परीक्षाओं की तिथि बाद में घोषित की जाएगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम तिथि से पहले ही अपना आवेदन सुनिश्चित कर लें।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आवेदन UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर किए जाने हैं। बोर्ड ने छात्रों को ध्यान से सभी दिशा-निर्देश पढ़ने और सही जानकारी भरने की सलाह दी है।
कौन हो सकता है शामिल
- हाईस्कूल: इंप्रूवमेंट परीक्षा के तहत, जो छात्र एक विषय में अनुत्तीर्ण हुए हैं, वे उस एक विषय की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, कंपार्टमेंट परीक्षा के तहत, जो छात्र दो विषयों में फेल हुए हैं, वे उनमें से किसी एक विषय की परीक्षा दे सकते हैं। इसके लिए परीक्षा शुल्क 256 रुपये निर्धारित किया गया है।
- इंटरमीडिएट: मानविकी, विज्ञान और वाणिज्य वर्ग के जो छात्र किसी एक विषय में फेल हुए हैं, वे कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। कृषि भाग-1 और भाग-2 के छात्र निर्धारित विषयों में से किसी एक प्रश्नपत्र में और व्यावसायिक वर्ग के ट्रेड विषय के किसी एक प्रश्नपत्र में अनुत्तीर्ण छात्र भी कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए पात्र होंगे। इंटरमीडिएट कंपार्टमेंट परीक्षा का शुल्क 306 रुपये निर्धारित है।
शुल्क जमा करने और आवेदन भेजने की प्रक्रिया
निर्धारित परीक्षा शुल्क को कोषागार में चालान के माध्यम से माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश के निर्धारित मद में जमा करना होगा। चालान की मूल प्रति के साथ हाईस्कूल इंप्रूवमेंट/कंपार्टमेंट परीक्षा और इंटरमीडिएट की कंपार्टमेंट परीक्षा के ऑनलाइन भरे गए आवेदन की प्रति को डाउनलोड करके 13 जून तक परिषद के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से भेजना अनिवार्य है। छात्रों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे निर्धारित तिथि तक सभी आवश्यक दस्तावेज भेज दें।
यह कदम उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जो अपनी बोर्ड परीक्षा के परिणाम में सुधार करना चाहते हैं या एक या दो विषयों में असफल होने के कारण आगे की शिक्षा प्राप्त करने में बाधा महसूस कर रहे थे। यूपी बोर्ड का यह फैसला छात्रों को बिना एक साल गंवाए अपनी शैक्षणिक प्रगति जारी रखने में मदद करेगा।