जैथरा, एटा – विकासखंड जैथरा की ग्राम पंचायत तिगरा बम्हौरा में पर्यावरण संरक्षण को ठेंगा दिखाते हुए ग्राम प्रधान राम सेवक पर ग्राम सभा की भूमि से लाखों रुपये मूल्य के हरे शीशम के पेड़ कटवाने का गंभीर आरोप लगा है।
इस मामले की लिखित शिकायत ग्रामीणों ने 2 मार्च को की थी, लेकिन अब तक स्थानीय लेखपाल राजेश चौधरी ने अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि लेखपाल और प्रधान की मिलीभगत के चलते यह अवैध कटाई की गई है, जिससे पर्यावरण और पंचायत के राजस्व की क्षति हुई है।
अब तक नहीं हुई कोई कार्यवाही ?
जनहित में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से स्थानीय ग्रामीणों में तहसील प्रशासन के प्रति असंतोष बढ़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि आम नागरिकों पर लोक संपत्ति नुकसान एवं निवारण अधिनियम 1984 के तहत कार्रवाई हो सकती है, तो ग्राम प्रधान पर यह कानून क्यों लागू नहीं किया जा रहा?
लेखपाल का रहस्यमई मौन !
इस मामले में जब लेखपाल राजेश चौधरी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
इस पूरे प्रकरण में लेखपाल का यह मौन रहस्य और विस्मय दोनों को जन्म दे रहा है
अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं या फिर यह मामला भी अन्य शिकायतों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।