मनीष अग्रवाल
आगरा (किरावली)। ग्रामीण क्षेत्रों में कुकुरमुत्तों की तरह फैले झोलाछापों पर स्वास्थ विभाग की निगाहें टेढ़ी हो गयीं। रविवार को अवकाश के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने जिस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, उससे कुख्यात झोलाछापों की चूलें हिल गयी हैं।
आपको बता दें कि सीएमओ डॉ अरुण श्रीवास्तव की अगुवाई में पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। एसीएमओ डॉ सुरेन्द्र मोहन प्रजापति और डॉ अमित रावत व सीएचसी अधीक्षक डॉ जितेंद्र लवानिया को पूरे अभियान का जिम्मा सौंपा गया। इसके बाद अछनेरा के गांव ब्यारा में झोलाछाप शौकीन, सांधन में गुड्डू और अछनेरा कस्बे के ही शेखान मौहल्ला में अनीश के अवैध क्लीनिकों पर छापेमारी की गयी। मौके पर विभाग की टीम हालात देखकर दंग रह गयी। तंग दुकानों में मरीज़ों को खचाखच भरा हुआ था। समस्त मानकों को ताक पर रखकर मरीजों का इलाज हो रहा था। मरीजों को ड्रिप लगायी जा रही थीं। तीनों झोलाछापों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई अमल में लाते हुए उनके क्लीनिकों पर सील लगा दी गयी। इसके बाद अछनेरा थाने में उनके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराने हेतु तहरीर दी गयी।
अन्य झोलाछापों की अटकी रही सांसें
जिस दौरान इन झोलाछापों के क्लीनिकों पर कार्रवाई चल रही थी, उसी दौरान कार्रवाई की भनक अन्य झोलाछापों को लग गयी। अपने गुर्गों को मौके पर भेजकर पलपल की अपडेट ली जाती रही। उल्लेखनीय है कि अछनेरा क्षेत्र में झोलाछापों का बड़े पैमाने पर जाल फैला हुआ है। दवाओं से लेकर खून की जांच और अल्ट्रासाउंड व एक्सरे में मोटी कमीशनबाजी कर अपनी जेबें भरी जा रही हैं। गरीब मरीजों को जमकर लूटा जा रहा है।
इनका कहना है
तीनों झोलाछापों के क्लीनिकों को सील कर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई हेतु तहरीर दी गयी है।
डॉ जितेंद्र लवानिया-सीएचसी अधीक्षक