प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की महायोजना 2031 को शासन से मंजूरी मिल गई है, जिससे प्रयागराज शहर का विकास अब नई दिशा में होगा। इस महायोजना के तहत शहर में कई अहम बदलाव किए गए हैं, जिनसे शहर का विस्तार होगा, अवैध निर्माणों पर नियंत्रण रहेगा, और कुंभ क्षेत्र का दायरा भी बढ़ेगा।
नई टाउनशिप का विकास: जलालपुर घोसी से असरावे कला मार्ग पर
महायोजना 2031 के तहत प्रयागराज के जलालपुर घोसी से असरावे कला मार्ग तक यमुना किनारे एक नई टाउनशिप विकसित की जाएगी। इस टाउनशिप को एक प्राइवेट रियल एस्टेट कंपनी द्वारा विकसित किया जाएगा। यह क्षेत्र व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में विकसित होगा, जिससे शहर के विकास में तेजी आएगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
कुंभ क्षेत्र का दायरा दोगुना किया गया
धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से महायोजना में कुंभ क्षेत्र का दायरा 707 हेक्टेयर से बढ़ाकर लगभग दोगुना, 1631 हेक्टेयर कर दिया गया है। इस बदलाव के साथ, कुंभ मेले के आयोजन और उससे जुड़ी गतिविधियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अन्य महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए हैं।
विकास में तेज़ी लाने के लिए पांच नए जोन जोड़े गए
महायोजना 2031 में शहर के विकास को गति देने के लिए पांच नए जोन जोड़े गए हैं, जिससे अब कुल 17 जोन निर्धारित किए गए हैं। इससे अवैध निर्माणों पर सख्ती से अंकुश लगेगा और शहर में व्यवस्थित विकास होगा। इसके अलावा, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) का क्षेत्रफल 88 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ाया गया है। इससे अधिक क्षेत्रों को नियोजित किया जा सकेगा और शहर का दायरा भी बढ़ेगा।
ग्रीन बेल्ट और अन्य क्षेत्रों में बदलाव
महायोजना के तहत ग्रीन बेल्ट के दायरे को 15 प्रतिशत तक अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसके साथ ही, चारागाह, वनीकरण, डेयरी, नदी और जलाशयों के क्षेत्र में कमी की गई है, ताकि शहरीकरण को सही दिशा मिल सके।
भू-उपयोग में बदलाव: रिंग रोड और बाईपास पर नए प्रस्ताव
महायोजना में रिंग रोड और बाईपास रोड पर 500 मीटर की गहराई तक “हाईवे फैसिलिटी” नामक नया भू-उपयोग प्रस्तावित किया गया है। इसके तहत बरात घर, गेस्ट हाउस, रेस्त्रां, जलपान गृह, रिसार्ट, पेट्रोल पंप आदि की अनुमति दी जाएगी। इससे इन क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
व्यावसायिक और आवासीय योजनाओं का विस्तार
महायोजना में कई प्रमुख मार्गों पर बाजार स्ट्रीट भू-उपयोग प्रस्तावित किया गया है, जिससे व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ेंगी और अवैध निर्माणों से भी शुल्क वसूला जाएगा। इसके अलावा, शहर के विभिन्न क्षेत्रों जैसे फाफामऊ, नैनी और झूंसी में आवासीय योजनाओं का विस्तार किया गया है।
मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण
शहर में तीन स्थानों पर मल्टी लेवल पार्किंग बनाई जाएगी, जिससे पार्किंग की समस्या का समाधान होगा। इन पार्किंग स्थलों में 500 से 700 चार पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे, जिससे यातायात की स्थिति में सुधार होगा।
पीडीए उपाध्यक्ष का बयान
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के उपाध्यक्ष डॉ. अमित पाल शर्मा ने कहा कि महायोजना 2031 को शासन से मंजूरी मिल जाने के बाद शहर के विकास के लिए बेहतर योजनाएं तैयार की जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना से आवासीय क्षेत्रों का विस्तार होगा और अवैध निर्माण पर नियंत्रण लगेगा।
महायोजना 2031 प्रयागराज शहर के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल शहर का अव्यवस्थित विकास नियंत्रण में आएगा, बल्कि पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। इसके अलावा, नए क्षेत्रों में रोजगार के अवसर और आवासीय योजनाओं के तहत लोगों को बेहतर जीवन यापन की सुविधा भी मिलेगी। इस महायोजना से प्रयागराज का चेहरा बदलने और इसे एक आधुनिक और सुव्यवस्थित शहर बनाने की दिशा में अहम कदम उठाए गए हैं।