यहाँ सरकारी स्कूल में बच्चों को झूठ बोलने पर मिलते हैं दस रूपये ?

Jagannath Prasad
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  • जगनेर के गांव कठूमरी के परिषदीय विद्यालय में अव्यवस्थाओं पर फूटा छात्रों के अभिभावकों का गुस्सा
  • ग्रामीणों के विरोध को चर्चित शिक्षक नेता समेत तीन शिक्षकों को पुलिस ने किया नजरबंद
  • कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार की अधिकारियों से हुई जमकर तकरार

आगरा। जनपद में परिषदीय शिक्षा व्यवस्था की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। सरकार से मोटी पगार मिलने के बावजूद शिक्षकों के कारनामों से विभाग की छवि शर्मसार हो रही है। राजस्थान सीमा से सटे ब्लॉक जगनेर के गांव कठूमरी में छात्रों के अभिभावकों द्वारा किए गए हंगामे के बाद जो सच्चाई निकलकर सामने आई, उसने जनपद में शिक्षा व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी है।

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कांग्रेस नेता राम नाथ सिकरवार ने संभाला मोर्चास्कूल में सब सही चल रहा है, इसके लिए बच्चों को दिए जाते हैं दस रूपयेजनप्रतिनिधि की शान में कसीदे पढ़ता है चर्चित शिक्षक नेता‘विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। जिस बीएसए पर पूरे जनपद की परिषदीय शिक्षा व्यवस्था का जिम्मा है, उनको लगातार नौ बार फोन मिलाने के बावजूद उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। जनपद में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली एवं अनियमितताओं के लिए वही जिम्मेदार हैं। आगामी दिनों में इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। छात्रों के अभिवावकों की मांगें जायज हैं, शिक्षक मोटा वेतन ले रहे हैं, इसके बावजूद छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।’रामनाथ सिकरवार- कांग्रेस नेता

बताया जा रहा है कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक समेत लगभग आधा दर्जन शिक्षकों का स्टाफ है। विद्यालय का आधा स्टाफ अधिकांश समय पर ही आता है, जबकि प्रधानाध्यापक और विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर तैनात चर्चित शिक्षक नेता आदि का ढर्रा पूरी तरह लेटलटीफ है।

मंगलवार सुबह समय से विद्यालय पहुंचने वाले शिक्षकों का लेटलटीफ शिक्षकों से वाद विवाद हो गया। धीरे धीरे उनके प्रकरण ने गंभीर रूप धारण कर लिया। विद्यालय में शिक्षकों के बीच हो रहे झगड़े की सूचना जैसे ही छात्रों के अभिभावकों को हुई तो उन्होंने विद्यालय के गेट पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। उनके समर्थन में ग्रामीण भी उतर आए। हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन शिक्षकों को अपने साथ ले जाकर नजरबंद कर दिया। उधर विद्यालय के बाहर सैकड़ों लोगों का हुजूम जमा हो चुका था।

कांग्रेस नेता राम नाथ सिकरवार ने संभाला मोर्चा

विद्यालय के बाहर हो रहे हंगामे के बीच ही लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे कांग्रेस नेता रामनाथ सिकरवार पहुंच गए। ग्रामीणों ने उनको विद्यालय के शिक्षकों की करतूतें गिनाई। रामनाथ सिकरवार ने फोन पर सूचित करके खंड शिक्षा अधिकारी जगनेर को अवगत कराते हुए मौके पर बुलवाया। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक सहित चर्चित शिक्षक नेता तिलकपाल चाहर पर जमकर गंभीर आरोप लगाए।

उनका आरोप था कि विद्यालय में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। शिक्षा का बंटाधार हो रहा है, परिसर में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है। शिक्षकों की पढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। जो शिक्षक समय से आकर बच्चों को पढ़ाते हैं, उनको विद्यालय की राजनीति का शिकार होना पड़ता है।

स्कूल में सब सही चल रहा है, इसके लिए बच्चों को दिए जाते हैं दस रूपये

कांग्रेस नेता समेत खंड शिक्षा अधिकारी एवं पुलिसकर्मियों के बीच ही अभिभावकों द्वारा जो खुलासा किया गया, बेहद ही गंभीर था। अभिभावकों ने अपने बच्चों को मौके पर बुलाया, उन बच्चों द्वारा बताया गया कि उनको झूठ बोलने के लिए दस रूपये का लालच दिया जाता है। उनसे कहा जाता है कि विद्यालय में अगर कोई भी आए तो बोल देना कि सब सही चल रहा है, सारे अध्यापक समय से आते हैं।

कांग्रेस नेता द्वारा विद्यालय के घटनाक्रम से अवगत कराने हेतु अनेकों बार बीएसए को फोन मिलाया गया लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं होने पर सीडीओ प्रतिभा सिंह को पूरा घटनाक्रम बताकर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।

जनप्रतिनिधि की शान में कसीदे पढ़ता है चर्चित शिक्षक नेता

अभिभावकों द्वारा चर्चित शिक्षक नेता पर जमकर आरोप लगाए गए। उनका कहना था कि उसका विद्यालय की।शिक्षण व्यवस्थाओं से कोई सरोकार नहीं है। अधिकांश समय फोन पर व्यस्त रहकर सिर्फ राजनीति करना है। बिना वजह ग्रामीणों पर रौब झाड़ना उसका शगल बन चुका है। उल्लेखनीय है कि उक्त चर्चित शिक्षक नेता सोशल मीडिया पर एक जनप्रतिनिधि के समर्थन में कर्मचारी आचरण नियमावली के विपरीत नकारात्मक टिप्पणियां करने के लिए विख्यात है।

‘विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। जिस बीएसए पर पूरे जनपद की परिषदीय शिक्षा व्यवस्था का जिम्मा है, उनको लगातार नौ बार फोन मिलाने के बावजूद उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। जनपद में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली एवं अनियमितताओं के लिए वही जिम्मेदार हैं। आगामी दिनों में इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। छात्रों के अभिवावकों की मांगें जायज हैं, शिक्षक मोटा वेतन ले रहे हैं, इसके बावजूद छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।’

रामनाथ सिकरवार- कांग्रेस नेता

विद्यालय में हुए प्रकरण की गहन जांच कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। छात्र हितों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जगत प्रकाश राजपूत-खंड शिक्षा अधिकारी

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