आगरा: वैसे तो सरकार के आदेश पर तहसील स्तर से गांवों से अतिक्रमण हटाने का समय-समय पर अभियान चलाया जाता है, लेकिन थाना ताजगंज की पुलिस चौकी एकता के अंतर्गत आने वाले ग्राम नौफरी (ग्राम पंचायत लोधई, ब्लॉक बरौली अहीर, तहसील सदर, आगरा) से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहाँ बीच सड़क पर कुछ लोग अपने जानवरों को बांधकर रास्ते को बंद कर देते हैं। यदि कोई शिकायत भी करता है, तो शिकायतों की कोई सुनवाई नहीं होती है। अब पीड़ित गांव के निवासी संजीव ने सीधे मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करके आम रास्ते को खाली करवाने की मांग की है।
पहले भी की थी शिकायत, नहीं हुई सुनवाई
जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता संजीव ग्राम नौफरी के निवासी हैं और ट्रेवल्स में अपनी निजी कार चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्हें रोजाना अपनी चार पहिया वाहन को गांव से निकालने और घर तक पहुँचाने के लिए कुछ लोगों से वाद-विवाद करना पड़ता है। बताया जाता है कि ग्राम नौफरी के कुछ लोग अपनी गाय-भैंसों को बीच सड़क पर बांध देते हैं।
पीड़ित ने इसकी शिकायत 2021 में थाना ताजगंज के अंतर्गत पड़ने वाली एकता पुलिस चौकी पर की थी, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। तब से लेकर आज तक पीड़ित अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले वाहन को घर तक पहुंचाने और घर से निकालने के लिए रास्ते में हो रहे अतिक्रमण से परेशान रहता है। यही नहीं, जब पीड़ित इन लोगों से गाय-भैंस हटाने को कहता है तो वे साफ शब्दों में कहते हैं कि “गाय-भैंस रास्ते में बंधेंगी, कोई नहीं हटा सकता,” जिसके डर से पीड़ित सहमा हुआ है।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर उम्मीद की किरण: बड़ा विवाद होने की आशंका
अब पीड़ित ने परेशान होकर सीधे मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। इसमें साफ लिखा है कि यदि उसकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो कभी भी कोई बड़ा झगड़ा हो सकता है। इससे साफ हो गया है कि पीड़ित वाकई बेहद परेशान है।
न्याय न मिलने पर गांव छोड़ने को मजबूर होगा पीड़ित
पीड़ित संजीव इतना परेशान हो गया है कि वह अब ज़्यादा दिन तक गलियों में हो रहे अतिक्रमण के लिए भागदौड़ नहीं करेगा, बल्कि वह अपना मकान छोड़कर कहीं और चला जाएगा। पीड़ित का कहना है कि अब उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की है क्योंकि मुख्यमंत्री से ही उनको सिर्फ न्याय की उम्मीद है।
पीड़ित ने यह भी बताया कि जो लोग गलियों में जानवर बांध देते हैं, उनसे हटाने को कहने पर वे झगड़ा करने को उतारू हो जाते हैं, जिससे माहौल गर्म होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में वह, जो झगड़ालू प्रवृत्ति का नहीं है, को निकलने के लिए रास्ता भी आसानी से नहीं मिल रहा है।
अब देखना होगा कि पीड़ित द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद थाना ताजगंज की एकता चौकी पुलिस द्वारा क्या आम रास्ते को खाली करवाया जाएगा या फिर पीड़ित को इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ेगा। फिलहाल, पुलिस यदि ऐसी छोटी-छोटी शिकायतों का निस्तारण सही ढंग से करे तो निश्चित ही जनपद में बड़े बनने वाले विवाद छोटे स्तर पर ही खत्म हो जाएंगे।