आगरा: भारत के संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर ने खेरिया मोड़, अजीत नगर में बाबा साहेब की प्रतिमा का अनावरण और माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर सांसद राजकुमार चाहर ने बाबा साहेब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और उन्हें अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब सिर्फ संविधान निर्माता ही नहीं थे, बल्कि वे एक महान सामाजिक क्रांति के प्रतीक भी थे। आज हमें उनकी जयंती को केवल एक औपचारिकता तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाकर ही हम सामाजिक सम्मान और समता का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
सांसद चाहर ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही बाबा साहेब को सम्मान देने की बजाय उनका अपमान करने का काम किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ही बाबा साहेब को हमेशा सम्मान दिया है और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
उन्होंने भारत सरकार द्वारा बाबा साहेब से जुड़े पांच महत्वपूर्ण स्थानों को ‘पंच तीर्थ’ के रूप में विकसित किए जाने की जानकारी दी। इनमें मध्य प्रदेश का महू (जहां बाबा साहेब का जन्म हुआ), नागपुर की दीक्षा भूमि, मुंबई का इंदु मिल, लंदन का वह घर जहां बाबा साहेब ने वकालत की शिक्षा ली और दिल्ली के अलीपुर में वह घर जहां उन्होंने अंतिम सांस ली, शामिल हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार इन स्थानों को संविधान निर्माता की स्मृति के रूप में विकसित कर रही है।
सांसद चाहर ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने जो संविधान दिया, उसमें दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों को जीने का अधिकार और आत्मसम्मान दिया गया है।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में दिखा जोश:
बाबा साहेब की जयंती के इस ऐतिहासिक अवसर पर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में उत्साह और जोश देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोग अपने बच्चों को लेकर कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने बताया कि वे चाहते हैं कि उनके बच्चे बाबा साहेब के विचारों से परिचित हों और उनके बताए रास्ते पर चलें। युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया और कई युवाओं ने बाबा साहेब की फोटो वाली टी-शर्ट, नीली पट्टियां और ‘जय भीम’ के बिल्ले पहन रखे थे।