आगरा। फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के ग्राम बदनपुर में नवविवाहिता सविता उर्फ दीक्षा (23) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिजनों ने पति सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों पर दहेज हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। मृतका के पिता राजेंद्र सिंह निवासी नगला श्योराम, थाना किरावली ने बताया कि उनकी पुत्री की शादी इसी वर्ष 7 फरवरी को हिंदू रीति-रिवाज से मानवेंद्र पुत्र गोपाल निवासी ग्राम बदनपुर के साथ लगभग 25 लाख रुपये के दान-दहेज के साथ की गई थी। शादी के कुछ दिन तक सब कुछ ठीक रहा, लेकिन इसके बाद ससुराल पक्ष लगातार अधिक दहेज लाने का दबाव बनाने लगा।
राजेंद्र सिंह के अनुसार, जब भी सविता मायके आती थी तो सहमी-सहमी रहती थी और बताती थी कि ससुराल वाले उस पर मारपीट करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं। पिता ने बताया कि उन्होंने कई बार ससुराल पक्ष से बात की, मगर उल्टा उन्हें ताने दिए गए। राजेंद्र सिंह का कहना है कि बीते 4 अक्टूबर को दोपहर करीब एक बजे ससुराल वालों से सूचना मिली कि सविता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना पाकर जब परिजन मौके पर पहुंचे तो बेटी का शव नीचे रखा मिला।
इस संबंध में जब मृतका के परिजनों ने आसपास के लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि घटना से कुछ दिन पहले ही पति मानवेंद्र, ससुर गोपाल, जेठ पुष्पेंद्र, जेठानी प्रीति और चचिया सास सुधा द्वारा मृतका के साथ मारपीट की गई थी। पीड़ित पिता का आरोप है कि उनकी पुत्री ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि ससुरालीजनों ने षड्यंत्र के तहत उसकी हत्या की है। उन्होंने पोस्टमार्टम कराने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।
इस दर्दनाक घटना के बाद गांव बदनपुर में दहशत का माहौल है और मायके पक्ष के लोग शोक में डूबे हुए हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में धीमी गति से जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी से बच रही है।
जबकि एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्र सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यह घटना समाज में व्याप्त दहेज प्रथा की भयावह सच्चाई को उजागर कर रही है। आगरा जैसे शहर में भी दहेज का यह दानव आज भी बेटियों की जिंदगियाँ निगल रहा है, जो उभरते भारत के लिए एक कलंक से कम नहीं।