आगरा: लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लोकार्पण, शिलान्यास और शुभारम्भ का सजीव प्रसारण किया गया। इसी क्रम में, आगरा में प्रभारी मंत्री ( मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति, उत्तर प्रदेश सरकार) श्री जयवीर सिंह जी ने सर्किट हाउस में आगरा के बेसिक शिक्षा विभाग के निपुण विद्यालयों के समस्त शैक्षणिक स्टाफ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
उत्कृष्ट शिक्षकों को मिला सम्मान
सम्मान पाने वाले शिक्षकों में विभिन्न ब्लॉकों और क्षेत्रों के प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र शामिल थे। इनमें प्रमुख रूप से:
बरौली अहीर: प्राथमिक विद्यालय पचगांई के प्रधानाध्यापक संजय कुमार, सहायक अध्यापक देवेन्द्र कुमार कुशवाह, अंशु राठौर, राधा यादव।
नगर क्षेत्र: कम्पोजिट विद्यालय राजेन्द्र नगर 3 की सोनाली चंदा, ज्योति शर्मा, निशी गोयल।
सैयां: प्राथमिक विद्यालय गुंजनपुरा से इंचार्ज प्रधानाध्यापक शशि भूषण शर्मा, सहायक अध्यापक प्रियंका सिंह, शिक्षामित्र ललिता, अरुण शर्मा, छेदीलाल।
बिचपुरी: प्राथमिक विद्यालय खासपुर की कुसुम रानी, मनीषा सिंह, शालिनी बंसल, रमा सक्सेना और श्वेता।
स्मार्ट क्लास और समर कैंप के लिए विशेष सम्मान
स्मार्ट क्लास के उत्कृष्ट संचालन के लिए भी शिक्षकों को सम्मानित किया गया:
- पिनाहट: प्रमोद सागर
- नगर क्षेत्र: देवेंद्र
- खेरागढ़: अशोक कुमार
- फतेहाबाद: साधना सिंह
समर कैंप के उत्कृष्ट आयोजन के लिए सम्मानित होने वालों में शामिल थे:
- एत्मादपुर: अरुण कुमार सिंह
- नगर क्षेत्र: लोकेंद्र पाल सिंह, इंद्रा सोनी
- अछनेरा: गिरिन्द सिंह
इसके अतिरिक्त, नगर क्षेत्र से निधा श्रीवास्तव और पंकज उपाध्याय, फतेहपुर सीकरी से मोहिंदर पाल और शमसाबाद से गुड्डू कुमार को विद्यालय हेतु टेबलेट वितरित किए गए।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस मौके पर आगरा के विधायक धर्मपाल सिंह, छोटेलाल वर्मा, डॉ. जी एस धर्मेश, चौधरी बाबूलाल, रानी पक्षालिका सिंह, एमएलसी डॉ. आकाश अग्रवाल, महापौर हेमलता कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्षा मंजू भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिआ सहित जिलाधिकारी मलप्पा बंगारी, मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गौंड, सह जिला विद्यालय निरीक्षक विश्व प्रताप सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। यह सम्मान समारोह बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के योगदान को सराहने का एक महत्वपूर्ण कदम था।