झाँसी, सुल्तान आब्दी: जनपद झाँसी के मऊरानीपुर तहसील का बड़ागांव का मजरा कोरियनपुरा गांव पिछले 12 दिनों से अंधेरे में डूबा है और भीषण जल संकट से जूझ रहा है। लगभग 400 की आबादी वाला यह गांव ‘लालटेन युग’ में जीने को मजबूर है, जिससे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं त्रस्त हैं। बिजली विभाग की तानाशाही और पेयजल समस्या को लेकर बुधवार को गांव में उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार के नेतृत्व में एक विशाल किसान पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों ने जिम्मेदारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।
बिजली गुल, पानी बेहाल: ग्रामीणों की आपबीती
पंचायत में किसानों ने अपनी पीड़ा बयान की। किसान पन्नालाल ने बताया कि वे 12 दिन से बिजली के दर्शन नहीं कर पाए हैं। ‘हर घर नल योजना‘ के अंतर्गत पाइपलाइन तो डाल दी गई है, लेकिन न तो पाइपों में टोटी लगाई गई है और न ही पानी आ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पानी चालू करने का जिम्मा जिस कर्मचारी के पास है, वह तानाशाही के दम पर 15-15 दिन तक नल नहीं खोलता और शिकायत करने पर धमकी देता है।
महिला किसान विमला देवी ने बताया कि बिजली न मिलने से बच्चे बीमार हो रहे हैं, और नलों में पानी न आने से हैंडपंप पर लाइन लगाकर पूरा दिन पानी भरने में निकल जाता है। गांव में 4 हैंडपंप लगे हैं, जिनमें से 3 खराब हैं और केवल एक ही चालू है, जिससे ग्रामीणों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। किसान राम सहाय ने डेढ़ साल से मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं, जिनकी फसल ओलावृष्टि में बर्बाद हो गई थी।
‘बुंदेलखंड विद्युत विभाग की तानाशाही से खून के आंसू रो रहा है’ – शिव नारायण सिंह परिहार
उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने किसानों की पीड़ा को गंभीरता से सुना। परिहार ने कहा कि उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड क्षेत्र, खासकर झाँसी का शहरी व ग्रामीण अंचल, आज विद्युत विभाग की तानाशाही और अघोषित कटौती के चलते ‘खून के आंसू रो रहा’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस भीषण गर्मी में लाइनमैन बिना सुविधा शुल्क (रिश्वत) के कोई काम नहीं करते हैं।
परिहार ने बताया कि विगत 15 दिनों पूर्व भयंकर आंधी के चलते ग्राम कोरियनपुरा जाने वाली मेन लाइन टूट गई थी, जिसको अभी तक विद्युत विभाग ने ठीक नहीं किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसानों की समस्याओं का जल्द निराकरण नहीं होता, तो यूपी किसान कांग्रेस एक बड़ा आंदोलन करेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
विद्युत विभाग को चेतावनी और आगामी रणनीति
परिहार ने विद्युत विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि शहरी एवं ग्रामीण अंचलों में हो रही विद्युत की अघोषित कटौती बंद की जाए और फूंक हुए ट्रांसफार्मरों को अविलंब बदला जाए, अन्यथा की स्थिति में विद्युत विभाग का घेराव किया जाएगा।
किसान पंचायत में दयाराम सोनी, रामाधार निषाद, प्यारेलाल बेधड़क, विमला देवी, जामवती, पुष्पा देवी, रोशनी देवी, गिरिजा देवी, विनीता देवी, भगवती देवी, सावित्री देवी, उमा देवी, उषा देवी, नन्ही बाई, वर्षा देवी, राम सहाय, पन्नालाल, परमानंद, कल्लू, छोटू, दयाराम, माते, गिरधारी लाल, चंद्रपाल, अशोक कुमार, हरी दयाल, वीरू (पूर्व प्रधान), रामदास, गजराज, हितेंद्र, जितेंद्र, महेश, महिपाल, सुरेंद्र कुमार, धनीराम, विनोद कुमार, देवेंद्र कुमार, सुरेंद्र, धर्मेंद्र, बंटी, शेखर, राज बड़ोनिया, पंचम कुशवाहा सहित सैकड़ों किसान और महिलाएं उपस्थित रहीं। यह पंचायत 29 मई को आयोजित की गई।