मथुरा: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक और दुर्दांत अपराधी को ठिकाने लगा दिया है। मथुरा में पुलिस द्वारा किए गए एक सशक्त एनकाउंटर में एक लाख रुपये का इनामी बदमाश असद ढेर हो गया। असद, जो कि अंतरराज्यीय छैमार गैंग का सरगना था, पर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू कश्मीर में लूट, डकैती और हत्याओं सहित करीब तीन दर्जन से अधिक गंभीर अपराधों के मामले दर्ज थे। रविवार को हुए इस एनकाउंटर में असद गंभीर रूप से घायल हुआ, और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
असद का एनकाउंटर: ऑपरेशन असद देर
एनकाउंटर रविवार की सुबह मथुरा के हाईवे थाना क्षेत्र में हुआ, जब डीआईजी एवं एसएसपी शैलेश पांडे की अगुवाई में पुलिस की एक टीम ने ऑपरेशन ‘असद देर’ को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन उस वक्त हुआ जब पुलिस को जानकारी मिली कि छैमार गैंग का एक बदमाश, जिसका नाम असद था, ईटीवी के पीछे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। पुलिस ने तुरंत मौके पर घेराबंदी की और बदमाशों को आत्मसमर्पण करने के लिए चेतावनी दी।
लेकिन जब पुलिस ने आत्मसमर्पण की अपील की, तो बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से असद घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस की एक और बड़ी सफलता रही, क्योंकि असद पर राज्य और देशभर में कई गंभीर अपराधों में शामिल होने का आरोप था।
असद का आपराधिक इतिहास
असर उर्फ असद एक कुख्यात अपराधी था, जो छैमार गैंग का सरगना था। यह गैंग उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू कश्मीर में सक्रिय था और इस पर हत्या, लूटपाट, डकैती जैसे अपराधों का आरोप था। असद पर लगभग तीन दर्जन से ज्यादा गंभीर मामलों में भागीदारी थी, जिसमें हत्या, डकैती, और लूट के मामले शामिल हैं। उसकी गिरफ्तारी या मुठभेड़ में ढेर होने पर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है, क्योंकि इस गैंग के अन्य सदस्य भी पुलिस के लिए चुनौती बने हुए थे।
मुठभेड़ की स्थिति
रविवार सुबह पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम इलाके में फरार और इनामी बदमाशों की तलाश कर रही थी। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि असद हाईवे क्षेत्र के एक स्थान पर छिपा हुआ है और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है, पुलिस ने तुरंत घेराबंदी शुरू कर दी। जब पुलिस ने आत्मसमर्पण की अपील की तो असद और उसके साथियों ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में असद घायल हुआ, और बाद में उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने मुठभेड़ के बाद असद की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने स्पष्ट किया है कि असद के एनकाउंटर के बाद उसके खिलाफ लंबी जांच प्रक्रिया जारी रहेगी। पुलिस अब असद के गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है, ताकि उनकी गतिविधियों को समाप्त किया जा सके और इलाके में शांति बनी रहे।
उत्तर प्रदेश पुलिस की बड़ी सफलता
उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए यह एक बड़ी सफलता है। पुलिस द्वारा लगातार कड़ी मेहनत और सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिससे कुख्यात अपराधियों और गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। असद के एनकाउंटर ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस किसी भी अपराधी को अपनी पकड़ से बाहर नहीं जाने देगी।
इस कार्रवाई के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश में और भी कई कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी संभव हो सकेगी। इसके साथ ही पुलिस की यह कार्रवाई अन्य अपराधियों को एक संदेश भी देती है कि कानून से कोई भी बच नहीं सकता।