मथुरा, उत्तर प्रदेश: मथुरा जनपद में महिला सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक नई और महत्वपूर्ण पहल की गई है। अब जनपद के सभी थानों में अलग से महिला बीट तय की गई हैं, और 51 महिला बीट पुलिस अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस कदम का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम के साथ-साथ उन महिलाओं के साथ भी लगातार संपर्क बनाए रखना है, जिनके साथ पहले कभी कोई आपराधिक घटना घटित हुई है। यह एक तरह का मजबूत निगरानी तंत्र है, जिससे महिलाओं को हमेशा यह अहसास होगा कि वे अकेली नहीं हैं, बल्कि उनके साथ हर कदम पर महिला पुलिस मौजूद है।
महिला पुलिस बीट: सशक्त निगरानी तंत्र का निर्माण
जनपद में महिला पुलिस बीट की क्रियाशीलता को सुदृढ़ करने के लिए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा श्लोक कुमार के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुरेश चंद्र रावत ने पुलिस लाइन सभागार में जनपद के समस्त थानों की महिला बीट पुलिस अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया। इस गोष्ठी में सभी 51 महिला बीट पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
बीट अधिकारियों को दिए गए कड़े निर्देश
गोष्ठी के दौरान, सभी महिला बीट पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे:
- नियमित रूप से अपनी बीट के गांव और मोहल्ले में भ्रमण करें।
- महिलाओं के प्रति होने वाली आपराधिक गतिविधियों की सूचनाएं संकलित करें।
- जिन महिलाओं और बच्चियों के साथ पूर्व में आपराधिक घटनाएं घटित हुई हैं, उनसे मिलकर उनकी वर्तमान स्थिति ज्ञात करें और उन्हें सुरक्षा का एहसास दिलाएं।
- अपनी बीट में महिलाओं की गोष्ठी आयोजित करें, ताकि उन्हें अपराधों से बचने के लिए जागरूक किया जा सके।
यह पहल महिला सुरक्षा के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और उम्मीद है कि इससे जनपद में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण तैयार करने में मदद मिलेगी।