किरावली। ब्लॉक फतेहपुर सीकरी के गांव ओलेंडा के अंतर्गत नगला जग्गे में बुधवार को चल रही रामकथा के दौरान अचानक से ही पूरा माहौल बदल गया। मंच से विधायक चौधरी बाबूलाल के आगमन की उद्घोषणा हुई, हजारों श्रद्धालुओं से खचाखच भरे प्रांगण में उत्सुकता बढ़ गई। इसके बाद जब व्यासपीठ को नमन करने के उपरांत चौधरी बाबूलाल मंच पर आते हैं, तालियां बजने का शोर काफी देर तक चलता है।
आपको बता दें कि स्वामी शिवानंद जी महाराज के सानिध्य में आचार्य रत्नेश प्रपन्नाचार्य के मुखारबिंद से रामकथा उच्चारित हो रही है। दूरदराज से लेकर स्थानीय क्षेत्र से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु रामकथा का श्रवण करने पहुंच रहे हैं। निकाय चुनाव के प्रचार से निवृत्त होने के उपरांत चौधरी बाबूलाल रामकथा में हाजिरी लगाने पहुंचे। एक दिन पूर्व ही रामकथा में पहुंचे सांसद राजकुमार चाहर के बाद सभी की निगाहें चौधरी बाबूलाल को खोजते हुए उनके कदमों का इंतजार कर रही थीं। अपनी ख्याति और छवि के अनुरूप चौधरी बाबूलाल ने पूरी तरह न्याय करते हुए साबित कर दिया कि फतेहपुर सीकरी की राजनीति में आज भी उनके नाम का सिक्का चलता है। विधायक ने जैसे ही मंच से ही तीन लाख इकहत्तर हजार और हवन कुंड हेतु ग्यारह हजार की धनराशि देने की घोषणा की, उपस्थितजनों ने उनके इस कदम की जमकर सराहना की। विधायक ने इसके अतिरिक्त हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। विधायक ने व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक को फूलमाला और पट्टिका पहनाकर स्वागत करते हुए समस्त क्षेत्रवासियों की सुख, समृद्धि और आरोग्यता की कामना की।
रामकथा से फतेहपुर सीकरी की धरती हुई धन्य
विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि उनका सौभाग्य है कि उनके इस कार्यकाल में फतेहपुर सीकरी की इस धरती पर दिव्य रामकथा और अलौकिक हवन का आयोजन हो रहा है। अनादिकाल से लेकर जैन धर्म तक इस धरती का समृद्ध इतिहास रहा है। इस रामकथा का इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज रहेगा। उन्होंने श्रद्धालुओं को रामकथा के विचारों और सिद्धांतों को अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि रामकथा का प्रत्येक प्रसंग अद्वितीय है। इसमें गूढ़ संदेश छिपा है।