कोर्ट में वकील ने वकील को मेज पर गिराकर लाठी-डंडे से पीटा, जमानत को लेकर हुआ था विवाद

MD Khan
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कोर्ट में वकील ने वकील को मेज पर गिराकर लाठी-डंडे से पीटा, जमानत को लेकर हुआ था विवाद

झांसी: झांसी सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक वकील को दूसरे वकील के जूनियर द्वारा बेरहमी से पीटा गया। यह घटना कोर्ट के अंदर हुई, जब वकील के साथ लात-घूसे मारे गए और फिर उसे टेबल पर गिराकर लाठी-डंडे से मारा गया। घटना के समय कोर्ट में मौजूद अन्य वकील इस हंगामे को रोकने के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें भी मारपीट का सामना करना पड़ा। इस घटना ने न्यायपालिका और वकील समुदाय को चौंका दिया है और कानूनी कार्यवाही की मांग तेज हो गई है।

जमानत को लेकर हुआ था विवाद

वकील नितिन शर्मा ने बताया कि यह विवाद एक जमानत को लेकर हुआ था। वे कोर्ट में धारा 151 के तहत जमानत के लिए पैरवी कर रहे थे, जब एक व्यक्ति आया और खुद को वकील रामकिशोर का जूनियर बताते हुए यह दावा करने लगा कि वह ही तपन सिंह की जमानत कराएगा। वकील नितिन शर्मा ने जब उससे जमानत कराने से मना किया, तो उसने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपी ने अपने आपको एक अनुभवी वकील का जूनियर बताया और यह दावा किया कि वह यहां की अधिकतर जमानतों को सफलतापूर्वक कराता है।

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बचाने आए वकील को भी नहीं बख्शा

जब अन्य वकील इस हिंसक घटना को रोकने के लिए कोर्ट रूम में पहुंचे, तो आरोपित व्यक्ति ने उन वकीलों को भी पीट दिया। पीड़ित वकील नितिन शर्मा ने यह भी कहा कि मारपीट करने वाला व्यक्ति खुद को वकील के रूप में प्रस्तुत कर रहा था, लेकिन वह वास्तविक वकील नहीं था। उन्होंने यह आरोप लगाया कि वह व्यक्ति कोर्ट में बिना किसी रजिस्ट्रेशन के घूमता है और फर्जी तरीके से वकील बनकर अपने लाभ के लिए काम कर रहा है।

सीनियर वकीलों की प्रतिक्रिया

घटना के समय वहां मौजूद वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश पुरोहित ने बताया कि वह पिछले 17 वर्षों से झांसी कोर्ट में वकालत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में कुछ वकील क्लाइंट को अपनी तरफ करने के लिए एक दूसरे से मारपीट करने लगे हैं, जो वकील समुदाय की इज्जत के लिए घातक है। नरेश पुरोहित ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से निंदनीय है और इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता।

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वह कहते हैं, “इस तरह की घटनाएं हमारे पेशे को बदनाम करती हैं। आरोपी न तो एक रजिस्टर्ड वकील है, न ही उसे अधिवक्ता संघ से मान्यता प्राप्त है। ऐसे लोग कोर्ट में घुसकर न्यायिक प्रक्रिया को बाधित कर रहे हैं।”

पुलिस की जांच और कार्रवाई

घटना के बाद, नवाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने पुष्टि की कि दोनों पक्षों से शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अधिवक्ता संघ की भूमिका

झांसी के वकील समुदाय ने अधिवक्ता संघ से आग्रह किया है कि वह इस घटना की गंभीरता से जांच करें और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, जो कोर्ट में वकील बनकर घूम रहे हैं और अन्य वकीलों के काम में हस्तक्षेप कर रहे हैं। यह घटना पूरे वकील समुदाय के लिए एक कड़ी चेतावनी है कि न्यायालयों में शांति और व्यवस्था बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।

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कानूनी कार्रवाई की आशा

झांसी कोर्ट की इस घटना ने कोर्ट परिसर के अंदर हो रही ऐसी घटनाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है। वकील समुदाय इस मामले में सख्त कानूनी कार्यवाही की उम्मीद कर रहा है, ताकि न्यायपालिका की गरिमा और सम्मान को बनाए रखा जा सके।

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