जैथरा,एटा: नगर पंचायत जैथरा का विवादित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स इन दिनों एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, माफिया दुकानों को 20 से 25 लाख रुपये की सिक्योरिटी मनी लेकर 99 साल की लीज पर देने की फिराक में हैं।
वहीं, जानकारों का कहना है कि वास्तविक रूप से इन दुकानों का आवंटन ई-लॉटरी के माध्यम से मात्र 4 से 5 लाख रुपये में होना था। लेकिन माफिया सक्रिय होकर करोड़ों रुपये के हेरफेर की योजना बना रहे हैं।
व्यापारियों को लगाया जा रहा चूना?
स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक, उन्हें लुभावने ऑफर देकर दुकानें लेने के लिए तैयार किया जा रहा है। लेकिन जब सच्चाई सामने आएगी, तो कई व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो सकता है। यदि लॉटरी प्रक्रिया से दुकानें आवंटित की जातीं, तो उन्हें यह दुकानें सस्ते में मिल सकती थीं, लेकिन माफियाओं के खेल के कारण उन्हें 4 से 5 गुना ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है।
सरकारी तंत्र की मिलीभगत?
मामले में नगर पंचायत प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। क्या प्रशासन को इस खेल की जानकारी है, या फिर किसी मिलीभगत के चलते यह घोटाला आकार ले रहा है?
व्यापारियों की मांग – हो निष्पक्ष जांच
व्यापारियों ने जिला प्रशासन से ई-लॉटरी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से लागू करने और इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।
यदि प्रशासन इस पर जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो यह मामला और भी तूल पकड़ सकता है। स्थानीय व्यापारियों और आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे इस धोखाधड़ी का शिकार न बनें।