मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक हैरान करने वाली चोरी की घटना सामने आई है। पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर गैंग का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी जेई (जूनियर इंजीनियर) बनकर खुलेआम ट्रांसफार्मर चोरी करते थे। यह वारदात मुरादाबाद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित अंबेडकर पार्क के सामने घटित हुई, जहां से पुलिस ने 400 किलोवाट का ट्रांसफार्मर चोरी होने की रिपोर्ट पाई। इस चोरी की घटना का खुलासा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुआ, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सीसीटीवी में कैद हुई चोरी की घटना
घटना के मुताबिक, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के डीसीपी कार्यालय के पास से 400 किलोवाट का ट्रांसफार्मर चोरी हो गया। जैसे ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी मिली, उन्होंने थाना सिविल लाइंस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस चोरी की वारदात को गंभीरता से लिया और घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। सीसीटीवी फुटेज में यह स्पष्ट हुआ कि चोरों ने जेसीबी और क्रेन का इस्तेमाल कर ट्रांसफार्मर को उठाया और उसे पिकअप गाड़ी में डालकर फरार हो गए।
गैंग के मास्टरमाइंड नीरज कुमार ने बताया खुद को जेई
पुलिस ने जांच के दौरान गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें नीरज कुमार, सरताज, असलम, इमरान, सलीम और बंटी शामिल हैं। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि नीरज कुमार गैंग का मास्टरमाइंड था। नीरज ने खुद को विद्युत विभाग का जूनियर इंजीनियर (जेई) बताया और उसी के आधार पर उसने अपने साथी आरोपियों के साथ मिलकर ट्रांसफार्मर चोरी की साजिश रची। यह गैंग बड़े पैमाने पर ट्रांसफार्मर चोरी करने के लिए क्रेन और पिकअप गाड़ी का इस्तेमाल करता था।
चोरी किए गए ट्रांसफार्मर के उपकरण बरामद
पुलिस ने गैंग के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनकी पूछताछ की और उनके पास से चोरी किया गया ट्रांसफार्मर और चोरी में इस्तेमाल की गई क्रेन और पिकअप गाड़ी भी बरामद की। इसके अलावा, पुलिस ने बिजनौर से चोरी किए गए ट्रांसफार्मर के उपकरण भी बरामद किए, जिससे यह साबित हो गया कि गैंग लंबे समय से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
फिल्मी अंदाज में योजना बनाई गई चोरी
पुलिस के खुलासे में यह भी सामने आया कि चोरों ने इस पूरी वारदात को एक फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया। गैंग ने अपनी योजना को पूरी तरह से सटीक और सोची-समझी साजिश के तहत तैयार किया। चोरों ने खुद को विद्युत विभाग के अधिकारी के रूप में प्रस्तुत किया और फिर ट्रांसफार्मर चोरी करने के लिए सभी उपकरणों का इस्तेमाल किया।