आगरा (फतेहाबाद) : तहसील फतेहाबाद की ग्राम पंचायत पेंतीखेड़ा के मजरा विदरई में गंगा पेयजल योजना के ठेकेदार की लापरवाही से ग्रामीणों के मकान फटकर गिरने के कगार पर आ गए हैं। ग्रामीणों ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि गंगा पेयजल योजना के तहत गांव में पाइपलाइन बिछाने के लिए ठेकेदार ने दो-दो मीटर गहरी खुदाई की थी। खुदाई के बाद ठेकेदार ने उसे बंद नहीं किया और पाइपलाइन भी नहीं बिछाई। इससे हफ्तों तक खाली खुदाई पड़ी रही और उसमें पानी भर गया। पानी की वजह से आसपास के मकान में नमी आ गई और मकान जमीन में धस गए। इससे मकान फटने लगे और गिरने के कगार पर आ गए हैं।
राजेंद्र पुत्र हरी सिंह, हरिप्रसाद पुत्र भद्दी राम, मोहन दास पुत्र छोटेलाल, सत्येंद्र पुत्र अमरनाथ सहित कई ग्रामीणों के मकान इस लापरवाही की वजह से गिरने के कगार पर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वे कड़ाके की ठंड में झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने एक हफ्ते पहले संपूर्ण समाधान दिवस में अपर जिला अधिकारी प्रशासन व उप जिलाधिकारी फतेहाबाद विजय शर्मा को प्रार्थना पत्र देकर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई कर मुआवजे की मांग की थी। लेकिन एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन पर कोई कार्यवाही न होने की वजह से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने कहा कि जब तक ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई और उनके मकान में हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक वे धरना जारी रखेंगे। धरने में राजेंद्र, मांन देवी, सोन देवी, परसोत्तम, प्रीति, योगेश, राखी दीपक, शनी, मोहन दास, मंजू देवी, संजू देवी, हरि प्रसाद, विमला, रोमेश, अशोक कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।