बरेली:बरेली में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन टीम ने मुकदमे से नाम निकलवाने के बदले 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए एक दरोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दरोगा का नाम महेश चंद्र है, जो फिलहाल बरेली के अलीगंज थाने में उप निरीक्षक (दरोगा) के पद पर तैनात है।
रिश्वत लेने का मामला
भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) बरेली के पुलिस उपाधीक्षक यशपाल सिंह ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब कैलाश पाठक नामक व्यक्ति ने शिकायत की कि अलीगंज थाना में पंजीकृत एक मुकदमे में से धारा 109 हटवाने और उसका निस्तारण करने के बदले दरोगा महेश चंद्र ने 15,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। कैलाश पाठक ने अपनी शिकायत में बताया कि वह बरेली जिले के विशारतगंज थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव का निवासी है और उसके खिलाफ अलीगंज थाना में एक मामला दर्ज था।
एंटी करप्शन टीम ने किया जाल बिछाकर गिरफ्तार
शिकायत के आधार पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने मामले की जांच शुरू की और एक ट्रैप टीम का गठन किया। ट्रैप टीम के प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र सिंह ने अपने सदस्यों के साथ अलीगंज के जामा मस्जिद के पास सड़क के किनारे महेश चंद्र को रंगे हाथ पकड़ा जब वह रिश्वत की रकम ले रहा था। दरोगा महेश चंद्र से 15,000 रुपये की रिश्वत की राशि बरामद की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
प्राथमिकी दर्ज, जांच जारी
भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली ने आरोपी दरोगा महेश चंद्र के खिलाफ थाना भमौरा में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस ने इस मामले की और गहन जांच शुरू कर दी है। कैलाश पाठक की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई और महेश चंद्र को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी दरोगा की पहचान और गिरफ्तारी
आरोपी दरोगा महेश चंद्र जनपद बिजनौर के थाना नगीना क्षेत्र के किशनपुर गांव का निवासी है। फिलहाल, वह बरेली के अलीगंज थाने में उप निरीक्षक के पद पर तैनात था। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई के बाद, महेश चंद्र की गिरफ्तारी ने पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।