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पैसे के लालच में आईटीबीपी जवान ने पत्नी को मार डाला, बताया हादसा हो गया

Dharmender Singh Malik
3 Min Read

इंश्योरेंस कंपनी को ठगने के लिए ले ली अपनी पत्नी की जान

गाजीपुर । पैसों के लालच में लोग अब अपनों का भी गला घोंट रहे हैं। ऐसा ही आईटीबीपी के एक जवान का खूनी खेल सामने आया। पैसे के लालच में जवान ने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया और फिर कत्ल को बता दिया हादसा। गाजिपुर में विगत दिवस एक महिला की लाश सड़क पर मिली। लाश के पास उसकी स्कूटी भी थी। ऐसा लगता है था कि लड़की का एक्सीडेंट हुआ है।

लोगों का भी कहना था कि लड़की को एक स्कॉर्पियो कार ने टक्कर मार दी, जिसके बाद लड़की की मौत हो गई। पुलिस डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दी, लेकिन पोस्टमार्टम में चौंकाने वाला सच सामने आया।

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पुलिस के अनुसार मृतक महिला की पहचान काजल के रूप में हुई। काजल आईटीबीपी के एक जवान आशुतोष दुबे की पत्नी थी। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में सामने आया कि काजल की मौत एक्सीडेंट से नहीं, बल्कि गला दबाने से हुई। काजल के गले में चोट के निशान भी थे। शक सीधा-सीधा आशुतोष दुबे पर गया, लेकिन जब तक पुलिस आशुतोष के घर पहुंचती, वह फरार हो चुका हो गया था। पुलिस छानबीन की तो काजल के मौत की असल कहानी सामने आई।

दरअसल आशुतोष दुबे ने ही काजल का कत्ल किया था। आशुतोष दुबे ने काजल को एक ढाबे में बुलाया, जहां वो अपनी स्कूटी से आई थी। उसके बाद आशुतोष दुबे अपने दो दोस्तों के साथ स्कॉर्पियो में वहां पहुंचा और काजल को साथ चलने के लिए कहा। काजल को लेकर वो सुनसान इलाके में गया और फिर दोस्तों की मदद से उसका गला दबा दिया। इसके बाद इन्होंने काजल को स्कूटी में सड़क पर छोड़ दिया और पीछे से टक्कर मार दी ताकि ये दुर्घटना लगे।

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उल्लेखनीय है कि आशुतोष दुबे ने काजल के अलावा एक और शादी की थी। काजल को कुछ दिन पहले ही इस बात का पता चला था। इस वजह से दोनों की बीच झगड़ा चल रहा था। काजल के नाम पर 30 लाख की एक इंश्योरेंस पॉलिसी थी। बस आशुतोष के दिमाग में इस साजिश ने जन्म लिया। वो चाहता था कि काजल से छुटकारा भी मिल जाए और तीस लाख भी मिल जाएं, ताकि वो अपनी दूसरी पत्नी के साथ अच्छे से जिंदगी बिता पाए।

आशुतोष तो फिलहाल पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है, लेकिन उसके दोनों दोस्त राकेश और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये दोनों ही पहले भी अपराधी रह चुके हैं। इनके पास से पुलिस को हथियार भी बरामद हुए हैं। इन्होंने ही पुलिस को आशुतोष का पूरा प्लान बताया।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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