जगनेर (आगरा): जगनेर क्षेत्र में ओवरलोड खनन ट्रकों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को घसकटा मोड़ के पास एक तेज रफ्तार ओवरलोड खनन ट्रक की चपेट में आने से एक अधेड़ व्यक्ति की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा खनन क्षेत्र से जुड़ी ओवरलोडिंग और अनियंत्रित गति की गंभीर समस्या को एक बार फिर उजागर करता है।
हादसे की खबर मिलते ही मृतक के परिवार में कोहराम मच गया, जबकि पूरे इलाके के लोगों में आक्रोश फैल गया।
मजदूरी से लौट रहे थे मृतक राजाराम
मृतक की पहचान 45 वर्षीय राजाराम के रूप में हुई है, जो मजदूरी का कार्य कर अपने घर लौट रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, खनन सामग्री से लदा हुआ ट्रक तेज गति में था और अनियंत्रित होकर सड़क पर चल रहे राजाराम को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह वही इलाका है, जहाँ प्रतिदिन बड़ी संख्या में ओवरलोड ट्रकों की आवाजाही होती है।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से इस जानलेवा ओवरलोडिंग पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
परिवार का एकमात्र सहारा थे राजाराम
मृतक राजाराम अपने परिवार का एकमात्र भरण-पोषणकर्ता थे। उनके परिवार में दो बेटियां हैं— हेमलता (18 वर्ष) और 16 वर्षीय दूसरी बेटी।
स्वजनों ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राजाराम मजदूरी कर पूरे परिवार का पेट पालते थे और अब उनके जाने से परिवार अनाथ हो गया है। स्वजनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि खनन में चल रहे ओवरलोड वाहनों पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो आगे भी कई परिवार इसी तरह अनाथ होते रहेंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और कानूनी कार्रवाई का आश्वासन
हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ट्रक को तत्काल जब्त कर लिया है और चालक की तलाश जारी है। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। परिवार को प्रशासन की ओर से सांत्वना दी गई है और नियमानुसार मुआवजे की प्रक्रिया पर विचार चल रहा है।
स्थानीय थाना इंचार्ज धर्मेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि वह एक रेस्क्यू ऑपरेशन में व्यस्त थे, जिसके बाद वह मामले की जानकारी कर उचित कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। वहीं, अग्रभारत समाचारपत्र द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
स्थानीय लोगों की प्रमुख मांगें
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तुरंत निम्नलिखित मांगें पूरी करने को कहा है ओवरलोड ट्रकों पर सख्त नियंत्रण और स्थायी रोक लगाई जाए। खनन क्षेत्र में ट्रैफिक नियमों का पालन अनिवार्य किया जाए। तेज गति से चलने वाले वाहनों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।