जगनेर (आगरा): थाना जगनेर पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। जगनेर कस्बे के निवासी कांताप्रकाश मित्तल के सुरेश चन्द चौधरी धर्मशाला (विधौली मार्ग) के गेट के अंदर से 13/14 अप्रैल की रात अज्ञात चोरों ने जनरेटर चोरी कर लिया। पीड़ित ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी, लेकिन जगनेर पुलिस ने घटना के पूरे 28 दिन बाद चोरी का मुकदमा दर्ज किया।
हालांकि, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुखबिर खास की सूचना पर सोमवार को सरेंधी चौराहे से दो अभियुक्तों – हरीमोहन पुत्र शिवकुमार (निवासी गढ़ी तांतपुर, थाना बसई जगनेर) और राहुल पुत्र स्व. शिवराम (निवासी विधौली, थाना जगनेर) को चोरी हुए जनरेटर और चोरी में इस्तेमाल की गई मैक्स पिकअप के साथ गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई है, वह यह है कि जगनेर पुलिस ने पीड़ित द्वारा 14 अप्रैल को ही तहरीर दिए जाने के बावजूद मुकदमा पूरे 28 दिन बाद दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार, 14 अप्रैल को पीड़ित द्वारा थाने में दी गई मूल तहरीर जगनेर पुलिस से कहीं खो गई थी, जिसके चलते घटना के खुलासे से ठीक एक दिन पहले दूसरी तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस की इस लापरवाहीपूर्ण कार्यशैली से पीड़ित को न्याय मिलने में अनावश्यक देरी हुई।