आगरा: भारी बारिश के बावजूद, आगरा में जश्ने ईद-उल-मिलादुन्नबी का त्यौहार शुक्रवार को बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान शहर की सड़कें ‘या रसूल अल्लाह’ की सदाओं से गूंज उठीं, और बड़ी संख्या में लोगों ने जुलूस में हिस्सा लिया।
लोहा मंडी से हुई शुरुआत
इस भव्य जुलूस की शुरुआत आगरा के लोहा मंडी, जटपुरा स्थित इमली वाली बड़ी मस्जिद से हुई। इस जुलूस की स्थापना 1978 में मरहूम हाजी कारी इमाम रियाजुद्दीन साहब द्वारा की गई थी और यह पिछले 47 सालों से निकाला जा रहा है। इस वर्ष भी, इमली वाली बड़ी मस्जिद के इमाम और मुफ्ती जावेद खान ने हरी झंडी दिखाकर जुलूस को रवाना किया।
जुलूस का मार्ग और भव्यता
जुलूस में शामिल लोगों ने हाथी, घोड़े, ऊंट, मेटाडोर, बैलगाड़ी और बैंड-बाजों के साथ अपनी खुशी का इजहार किया। यह जुलूस जटपुरा लोहा मंडी से होकर बेसन बस्ती, बलदेव गंज और जगदीशपुरा होते हुए बादला नबी करीम पर समाप्त हुआ।
इस मौके पर कई प्रमुख लोग मौजूद थे, जिनमें पूर्व पार्षद अहमद हसन, समाजसेवी आसिफ अली, समाजवादी पार्टी के यूथ बी ग्रेड महानगर अध्यक्ष जीशान अहमद, बबलू अली, सलीम खान, और अडवानी शामिल थे।
इस जश्न ने शहर की सांप्रदायिक सद्भाव और सौहार्द की परंपरा को एक बार फिर दर्शाया।