झांसी, सुल्तान आब्दी : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मऊरानीपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो हर किसी को हैरान कर रहा है। एक ऑटो चालक, जो कुछ साल पहले मामूली व्यापार और ऑटो चलाकर अपना जीवन यापन करता था, आज करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन बैठा है। आलीशान मकान और लग्जरी गाड़ियों का उसका अच्छा-खासा कलेक्शन है। आखिर एक ऑटो चालक चंद सालों में इतना अमीर कैसे बन गया? कहां से आया यह अथाह पैसा? यह सवाल हर किसी के मन में घूम रहा है।
सपनों की दौड़ और बर्बादी का रास्ता
आज के समय में पैसा कमाना हर किसी का सपना है। कुछ लोग सोते हुए सपने देखते हैं, तो कुछ जागती आंखों से। कुछ अपनी मेहनत के दम पर सफलता की ऊंचाइयों को छूते हैं, तो कुछ जिंदगी की भागदौड़ में पीछे छूट जाते हैं। वहीं, कुछ युवा जल्द पैसा कमाने की चाह में गलत रास्तों को अपनाकर अपना भविष्य बर्बाद कर लेते हैं और इस बर्बादी के चलते कई बार खौफनाक कदम तक उठा लेते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो इन युवाओं को बर्बाद करके खुद मालामाल हो जाते हैं।
आईपीएल सट्टा माफियाओं का जाल
जी हां, हम बात कर रहे हैं आईपीएल के सट्टा माफियाओं की, जो मऊरानीपुर में इन दिनों चरम पर हैं। और इनको संचालित करने वाले बेखौफ तरीके से सिस्टम से मिलकर युवाओं को बर्बादी की कगार पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि जो कुछ साल पहले छोटा-मोटा व्यापार और ऑटो चलाने का काम करते थे, आज वह करोड़ों की प्रॉपर्टी के मालिक बने बैठे हैं।
करोड़पति बनने की कहानी
कभी बेरोजगार हुआ करता था, दो वक्त की रोटी के लिए ऑटो चलाकर गुजारा करता था, वह कैसे चंद सालों में आलीशान मकान और करोड़ों की प्रॉपर्टी का मालिक बन गया? आखिर कहां से आया यह पैसा?
चलिए, आपको बिंदुवार बताते हैं इन सट्टा माफियाओं की करतूत:
सट्टा माफियाओं के तार कहां-कहां जुड़े हैं?
सूत्र बताते हैं कि इन सट्टा माफियाओं के तार दुबई से जुड़े हैं। इसके अलावा, इनके तार पड़ोसी देश से भी जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, इन सट्टा माफियाओं को संरक्षण देने का काम कुछ खाकी वर्दी वाले और कुछ सफेदपोश नेता कर रहे हैं। वहीं, जिले की स्वाट टीम के कुछ सिपाही लंबे समय से इन सट्टा माफियाओं पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
सट्टा माफियाओं की उड़ी नींद
लेकिन कुछ दिनों से इन सट्टा माफियाओं की नींद उड़ी हुई है। क्योंकि जब से नवागंतुक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बी बी जी टी एस ने जिले की कमान संभाली है, तब से सट्टा माफिया खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे सट्टा माफियाओं की संपत्ति की बारीकी से जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे कि जिले में एक मिसाल पेश हो।
Naam he firoz member🤣🤣🤣🤣