झांसी, सुल्तान आब्दी: झांसी मेडिकल कॉलेज में मानवता को शर्मसार करने वाली एक तस्वीर सामने आई है। मध्य प्रदेश के छतरपुर की रहने वाली शकुंतला नामक महिला को पेट में तकलीफ के चलते 3 मई को झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जांच में आंतों में संक्रमण पाया गया और खून की कमी भी थी, जिसके चलते 8 मई को उन्हें खून चढ़ाया गया।
खून की बोतल पूरी चढ़ भी नहीं पाई थी कि महिला को एक्सरे के लिए रेडियोलॉजी विभाग ले जाने के लिए कहा गया। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल से कोई भी वार्डबॉय या कर्मचारी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। मजबूरन, महिला के पति राजू नायक को खुद स्ट्रेचर खींचना पड़ा, जबकि उनका करीब नौ साल का मासूम बेटा सौरभ नायक हाथ में खून की बोतल पकड़े उनके साथ-साथ चलता रहा।
यह हृदयविदारक दृश्य किसी ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया और रविवार दोपहर करीब 4:00 बजे यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। फोटो वायरल होते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मामले की जांच की गई और प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पांच कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। सिस्टर इंचार्ज और स्टाफ नर्स का वेतन रोक दिया गया है और दोनों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके अलावा, दो आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं, जबकि एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है।