झाँसी: निषाद पार्टी जिलाध्यक्ष की पत्नी नीलू रायकवार आत्महत्या मामला गहराया, वायरल वीडियो में ‘फर्जी लोन’ और बैंक उत्पीड़न का खुलासा

Faizan Pathan
Faizan Pathan - Journalist
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झाँसी, उत्तर प्रदेश। निषाद पार्टी (Nishad Party) के झाँसी जिलाध्यक्ष एसके बाबा की पत्नी नीलू रायकवार आत्महत्या प्रकरण (Nilu Raikwar Suicide Case) अभी तक एक पहेली बना हुआ है। इस बीच, एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसने मामले को और भी उलझा दिया है। इस वायरल वीडियो में नीलू अपने ही दस्तावेजों पर फर्जी तरीके से बैंक से लोन (Fake Loan on Documents) लेने और लोन अदा न होने पर बैंक द्वारा उसे परेशान किए जाने की बात बता रही है।

मेडिकल कॉलेज से वायरल हुआ वीडियो

आपको बता दें कि नीलू रायकवार का शव उनके किराए के मकान ‘बालाजी बिल्डिंग’ में फंदे पर लटका मिला था। यह आत्महत्या थी या मामला कुछ और, इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस लगातार जांच कर रही है।

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नया वायरल वीडियो तब का है जब नीलू कथित तौर पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती थीं। इस वीडियो में वह बता रही हैं कि उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग करके किसी ने फर्जी तरीके से बैंक से लाखों रुपये का लोन ले लिया है। वह कह रही हैं कि लोन की अदायगी न होने के कारण अब बैंक उन्हें लगातार परेशान कर रहा है, जिससे वह अत्यधिक तनाव और परेशानी में हैं।

जांच के दायरे में फर्जी लोन और पुराना विवाद

 

नीलू की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस की जांच में पहले ही यह सामने आया था कि नीलू का उनके पति एसके बाबा से पारिवारिक विवाद न्यायालय में चल रहा था। दो दिन पहले एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें न्यायालय के आदेश पर पुलिस की कार्यवाही को लेकर नीलू और उनके पति के बीच बातचीत थी। अब फर्जी लोन और बैंक उत्पीड़न का यह वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की जांच का दायरा और बढ़ गया है।

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पुलिस अब इस बात की गहनता से जांच कर रही है कि लाखों रुपये का यह फर्जी लोन नीलू के दस्तावेजों पर आखिर किसने लिया और किस बैंक से लिया गया था।

सत्ता के दबाव में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल

यह मामला सत्ताधारी पार्टी से जुड़े एक जिलाध्यक्ष की पत्नी से जुड़ा होने के कारण लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस बीच, नीलू की माँ द्वारा लिखित प्रार्थना पत्र दिए जाने के बावजूद अभी तक इस मामले में मुकदमा दर्ज न होना, स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

सामाजिक गलियारों में यह चर्चा है कि स्थानीय पुलिस जाँच के नाम पर सत्ता के दबाव में काम करती नज़र आ रही है, जिससे मामले की निष्पक्षता पर संदेह हो रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे सभी पहलुओं, जिसमें फर्जी लोन का मामला और वायरल वीडियो शामिल हैं, की जाँच कर रहे हैं और जाँच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

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फैजान पठान, संवाददाता दैनिक अग्र भारत समाचार, पिछले पाँच वर्षों से भी अधिक राजनीति और सामाजिक सरोकारों पर गहन रिपोर्टिंग कर रहा हु। मेरी लेखनी समाज की सच्चाइयों को सामने लाने और जनसमस्याओं को आवाज़ देने के लिए जानी जाती है। निष्पक्ष, निर्भीक और जनहित पत्रकारिता के करता आया हु और करता रहूंगा। ( कलम से सच बोलना मेरी पहचान है। )
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