झांसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी:बुंदेलखंड क्षेत्र से बढ़ते पलायन और कई ज्वलंत मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। बबीना विधानसभा प्रभारी धर्मेंद्र यादव और जिलाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह भोजला के संयुक्त नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने झांसी में जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल, उत्तर प्रदेश शासन को एक 6 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में भाजपा सरकार पर जनहित की अनदेखी का आरोप लगाया गया है, जिससे किसान, मजदूर और युवा सभी पीड़ित बताए गए हैं।
जबरन भूमि अधिग्रहण, सर्किल रेट से भी कम मुआवजा
ज्ञापन में समाजवादी पार्टी ने बीड़ा (बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) द्वारा भूमि अधिग्रहण के तरीके पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सपा का आरोप है कि बीड़ा द्वारा सर्किल रेट से भी कम कीमत पर जबरन भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है, जो सरासर अन्याय है। पार्टी ने इसे किसानों की आजीविका, अस्तित्व और भविष्य दोनों के लिए खतरा बताया है। सपा ने मांग की है कि भूमि अधिग्रहण निष्पक्ष और उचित मुआवजे के साथ हो, और इसमें किसानों की सहमति को प्राथमिकता दी जाए।
BLO पर जातिगत भेदभाव और मतदाता सूची से नाम काटने का आरोप
सपा ने चुनाव प्रक्रिया में लगे बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा है कि बीएलओ द्वारा अनुसूचित जाति, पिछड़ी वर्ग और अल्पसंख्यक मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे जा रहे हैं। इसके साथ ही, उनकी बस्तियों से बहुत दूर मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं, जिससे उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है। सपा ने ऐसे अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
500 बेड के अस्पताल का शीघ्र लोकार्पण और मनरेगा में मशीनों का विरोध
ज्ञापन में झांसी में 500 बेड वाले अस्पताल के शीघ्र लोकार्पण की मांग भी की गई है। सपा ने बताया कि वर्षों से तैयार यह अस्पताल आज भी जनता के लिए शुरू नहीं किया गया है, जिससे झांसी की आम जनता बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए परेशान है।
इसके अतिरिक्त, मनरेगा योजना में मशीनों के उपयोग पर भी आपत्ति जताई गई है। सपा का कहना है कि मनरेगा में जेसीबी एवं अन्य मशीनों से कार्य कराया जा रहा है, जिससे मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है और गरीबों का शोषण हो रहा है। इसी के चलते बुंदेलखंड से मजदूरों का पलायन बढ़ रहा है। पार्टी ने मांग की है कि योजना की मूल भावना के अनुसार मजदूरों को ही काम दिया जाए।
बिजली-पानी संकट और किसानों की समस्या
सपा ने जनपद में बिजली और पानी की किल्लत से भी जनता के जूझने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि “नल में पानी नहीं और तारों में बिजली नहीं” जैसी स्थिति है, जिससे गर्मी के मौसम में जनता त्राहिमाम कर रही है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में हालात बेहद खराब बताए गए हैं, और सपा ने इसे तुरंत दुरुस्त करने की मांग की है।
पेयजल संकट और सिंचाई की कमी का जिक्र करते हुए सपा ने कहा कि गांवों में जल स्तर गिरने से पेयजल का संकट गहराया है। वहीं, नहरों में समय पर पानी न आने से पशु और किसान दोनों परेशान हैं। किसानों को खेतों की सिंचाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, और पशुओं के लिए भी चारे की कमी हो रही है।
समाजवादी पार्टी ने कहा है कि वह जनहित के इन मुद्दों को लेकर संघर्षशील है और जनता की आवाज को शासन-प्रशासन तक पहुंचाती रहेगी। पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि इन समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किया गया, तो पार्टी शीर्ष नेतृत्व के आदेश अनुसार चरणबद्ध आंदोलन करेगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सतीश जतरिया, दिलीप यादव, आरिफ खान, स्वदेश यादव, रोहित सिंह परीक्षा, राधेलाल बौद्ध, अमित यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।