झांसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी: कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से झांसी के शगुफ्ता डांस स्टूडियो में दो दिवसीय तबला कार्यशाला का भव्य आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यशाला में दिल्ली के प्रख्यात तबला वादक पंडित रजनीश मिश्रा ने छात्रों को तबले की बारीकियों और विभिन्न तालों का गहन ज्ञान प्रदान किया। यह कार्यशाला युवा प्रतिभाओं को शास्त्रीय संगीत की महत्वपूर्ण विधा तबला सीखने और उसमें महारत हासिल करने का एक अनूठा अवसर था।
पंडित रजनीश मिश्रा: एक गौरवशाली विरासत के वाहक
कार्यशाला में शिरकत करने वाले पंडित रजनीश मिश्रा का परिचय देते हुए बता दें कि वे पद्म विभूषण पंडित किशन महाराज के सुयोग्य शिष्य हैं, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक महान स्तंभ थे। पंडित रजनीश मिश्रा के पिता भी विख्यात संगीतकार पंडित कामता प्रसाद मिश्र थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे एक समृद्ध और गौरवशाली संगीत परंपरा के वाहक हैं। उनकी उपस्थिति ने कार्यशाला की गरिमा को और बढ़ा दिया।
युवा प्रतिभाओं ने सीखे तबले के मंत्र
दो दिनों तक चली इस कार्यशाला में स्टूडियो की कई छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इनमें मीमांसा, दुर्गेश, सानवी, पर्णीका, वेदिका, ऋषिका, अद्वैता, मोक्सिन, आगम्या, जेरुषा, निशि, आणवी, एंजेल, नव्या, किरपा, गौरी, प्राश्वी, अद्विका, ऋद्धि, शर्मिष्ठा, दिव्यांशी, वृद्धि और अन्य कई छात्र शामिल थे। पंडित रजनीश मिश्रा ने उन्हें तबला बजाने की सही तकनीक, लय और विभिन्न तालों का अभ्यास करवाया, जिससे छात्रों के कौशल में निखार आया।
हारमोनियम पर आदर्श राय ने की जुगलबंदी
तबला कार्यशाला के दौरान, आदर्श राय ने हारमोनियम पर शानदार जुगलबंदी करके माहौल को और भी संगीतमय बना दिया। उनकी संगत ने तबले की ध्वनियों को और अधिक प्रभावी बना दिया, जिससे छात्रों को सीखने का एक बेहतरीन अनुभव मिला।
आभार व्यक्त और सम्मान समारोह
कार्यशाला के समापन पर, शगुफ्ता डांस स्टूडियो की डायरेक्टर डॉ. शगुफ्ता खान ने पंडित रजनीश मिश्रा को सम्मानित किया और कार्यशाला को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी छात्रों, संगीतकारों और उपस्थित लोगों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने और उन्हें कला के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।