झाँसी, सुल्तान आब्दी: विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) मिलिंद परांडे ने झाँसी में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने और जनसंख्या संतुलन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “हिंदुओं को अगर सुरक्षित रहना है तो कम से कम दो बच्चे पैदा करने होंगे।”
हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए VHP नेता मिलिंद परांडे ने कहा कि किसी भी धर्म के धार्मिक स्थल सरकार के अधिकार में नहीं हैं, लेकिन हिंदू मंदिरों पर सरकार का नियंत्रण है। उन्होंने बताया कि VHP ने इसके लिए एक कानून का प्रारूप (ड्राफ्ट) तैयार किया है, जिसे सांसदों और प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को दिया जा रहा है। परांडे ने कहा, “हम चाहते हैं कि हिंदू मंदिर समाजसेवा और हिंदुओं के हितों के लिए काम करें। साथ ही इन मंदिरों को सरकार से मुक्त कराएं ताकि इन मंदिरों में आने वाला पैसा केवल हिंदुओं के लिए खर्च किया जा सके।”
जनसंख्या संतुलन और अस्तित्व का मुद्दा
परांडे ने देश में घटती हिंदू जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “आज देश के कई राज्यों में हिंदुओं की जनसंख्या घटती जा रही है।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हिंदुओं की आबादी कम होती जाएगी तो उनका अस्तित्व खतरे में आएगा। इसी संदर्भ में उन्होंने कहा, “इसलिए हर एक हिंदू परिवार को दो बच्चे पैदा करने होंगे।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत में बांग्लादेशी स्लीपर सेल सक्रिय है, जो देश की सुरक्षा और जनसंख्या संतुलन के लिए खतरा है।
राष्ट्रप्रेम और संस्कृति से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण शिविर
मिलिंद परांडे ने बताया कि VHP देशभर में अभी 20 हजार युवक-युवतियों को राष्ट्रप्रेम, देशभक्ति और संस्कृति से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण शिविर चला रही है। यह शिविर युवाओं को भारतीय मूल्यों और राष्ट्रवाद से अवगत कराने पर केंद्रित हैं।
VHP नेता का यह बयान जनसंख्या नियंत्रण और धार्मिक स्थलों के प्रबंधन पर एक नई बहस छेड़ सकता है।