झांसी । झांसी जिले के मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र का है। जहां दोनों लड़कियों के घर आसपास ही है। एक ही इंटर कॉलेज में दोनों पढ़ाई कर रही थीं। दोनों एक ही क्लास में थीं। हालांकि, दोनों की उम्र में अंतर है। दोनों के बीच नजदीकियां धीरे-धीरे बढ़ने लगी। इनकी दोस्ती प्यार में बदल गई।
जानकारी के अनुसार, ये दोनों सहेलियां करीब 3 साल से एक साथ रहती आ रही थीं। एक ही थाली में खाना खाती थीं। दोनों छात्राओं के इस प्यार को पहले तब घरवाले अच्छी दोस्ती समझते थे, लेकिन इनकी असामान्य हरकतें देख वहां भी नजर रखने लगे। जब परिवार को इस प्रेम कहानी की सच्चाई पता चली, तब उनके मिलने-जुने पर पाबंदी लगी दी गई।
परिवार ने भले ही पहरा लगा दिया हो, लेकिन ये दोनों सहेलियां एक-दूजे के साथ मरने-जीने की कसमें खा चुकी थीं। जब इनकी मुलाकात नहीं हो सकी,तब दोनों ने अपने-अपने हाथ की नस काट ली। इलाज के बाद बमुश्किल दोनों की बच सकी। हालांकि, दोनों लड़कियों की जिद्द यहीं नहीं रुकी।
घरवालों से तंग आकर उन्होंने फरार होने का फैसला किया। घर से भागकर मध्य प्रदेश के हरपालपुर जिले में पहुंच गईं और वहां किराए के मकान में रहने लगीं। मकान का किराया देने के लिए एक छात्रा ने सोने की चेन बेची। दूसरी तरफ, गायब लड़कियों की तलाश में परिवार ने मऊरानीपुर थाने में गुहार लगाई। पुलिस ने एक्शन लेकर दोनों बरामद कर लिया।
पुलिस दोनों छात्राओं को मध्य प्रदेश से वापस झांसी ले आई। पुलिस ने उन्हें घर चले जाने को कहा लेकिन दोनों ही नहीं मानीं। दोनों ने पुलिस कस्टडी में रहने की बात कही और घर जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने दोनों छात्राओं को पेश कर बयान कराए। इस दौरान एक छात्रा ने कहा कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है।
वहीं दूसरी नाबालिग छात्रा भी अपनी जिद पर अड़ी है। उसका भी कहना है कि वह अपने प्यार के साथ ही रहना चाहती है। वहीं इस बाबत पुलिस का कहना है कि दोनों छात्राओं में एक छात्रा अपने परिजनों के साथ जाने के लिए राजी होती हुई दिख रही है, बावजूद इसके दोनों छात्राओं को संरक्षण केंद्र भेजा गया है। जहां दोनों छात्राओं की काउंसलिंग होगी।