आगरा: आबकारी विभाग के प्रतिष्ठित अधिकारी श्याम प्रकाश चौधरी अपने सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावुक हो गए। श्याम प्रकाश चौधरी, जो आगरा जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त के रूप में कार्यरत थे, ने अपने उत्कृष्ट कार्यकाल के बाद, अपनी अधिवर्षिता आयु को पूर्ण करते हुए सेवानिवृत्त होने का निर्णय लिया। इस अवसर पर उनके सम्मान में विभाग ने एक शानदार विदाई समारोह का आयोजन किया, जिसमें विभाग के लगभग 200 अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें शॉल और माल्यार्पण कर विदाई दी।
कार्यक्रम में सहयोगियों की भावनाएं
कार्यक्रम के दौरान श्याम प्रकाश चौधरी के बैचमेट गोपाल उपाध्याय ने उनके साथ बिताए गए समय को याद करते हुए कहा कि श्याम प्रकाश जहाँ खड़े होते थे, वहीं से कार्यों की शुरुआत होती थी। उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान के कुछ हास्यपूर्ण अनुभव भी साझा किए, जिन्हें सुनकर सभी लोग भावुक हो गए।
वहीं, उप आबकारी आयुक्त (आगरा मंडल) विजय प्रताप सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “जो दिया उसका धन्यवाद नहीं हो सकता और जो लिया, उसके लिए दिल बार-बार आभार ही व्यक्त करता है।” इन शब्दों के साथ श्याम प्रकाश चौधरी अपने सहकर्मियों और अधीनस्थों से विदाई ले रहे थे।
कार्यशैली और समर्पण पर प्रकाश
सहायक आबकारी आयुक्त (प्रवर्तन) धर्मेंद्र नारायण ने श्याम प्रकाश चौधरी की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि वह अपने काम में एक साधु की छवि रखते थे। वे हमेशा विभागीय कार्यों को ईमानदारी और कड़ी मेहनत से करते थे, और अपने अधीनस्थों को भी उसी रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करते थे।
पूर्व संयुक्त आबकारी आयुक्त राजेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि श्याम प्रकाश चौधरी उनके बैचमेट थे और उन्होंने 19 फरवरी 1994 को गोरखपुर में अपनी सेवा शुरू की थी। यह अजीब संयोग था कि राजेश मणि त्रिपाठी भी उसी वर्ष सेवानिवृत हुए थे और अब श्याम प्रकाश चौधरी भी इसी पद से सेवानिवृत हो रहे थे।
भावुक विदाई और व्यक्तिगत संबंध
उप आबकारी आयुक्त (अलीगढ़ मंडल) कुलदीप मिश्रा ने कहा कि उन्हें श्याम प्रकाश चौधरी के साथ लंबे समय तक काम करने का अवसर मिला और उनका अनुभव बहुत ही शानदार था। अतुल कुमार, उप आबकारी आयुक्त (कानपुर मंडल) ने भी श्याम प्रकाश चौधरी की सराहना करते हुए कहा कि वे हमेशा हर किसी के साथ खड़े रहते थे, चाहे कोई भी समस्या हो।
रवि प्रकाश चौधरी, जो भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हैं और श्याम प्रकाश चौधरी के छोटे भाई हैं, ने कहा, “राम और लक्ष्मण की जोड़ी घर में कही जाती थी, और उसी प्रकार मैं और श्याम प्रकाश चौधरी एक-दूसरे के साथ थे।
संगीत और रचनात्मकता
आबकारी निरीक्षक विजय यादव ने अपनी मधुर आवाज में “कुछ पल का है साथ, कुछ पल की है बात” गीत को स्वर देकर कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोग
इस समारोह में पीएस कनाडे, गोपाल उपाध्याय, गिरीश चंद मिश्रा, कुलदीप मिश्रा (उप आबकारी आयुक्त अलीगढ़), अतुल कुमार (उप आबकारी आयुक्त कानपुर), गिरीश कुमार (उप आबकारी आयुक्त कानपुर), धर्मेंद्र नारायण (सहायक आबकारी आयुक्त), नीरज कुमार द्विवेदी (जिला आबकारी अधिकारी आगरा), चतरसेन, संतोष तिवारी, उमेशचंद पांडेय, अवधेश राम, और राजेश सिंह समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
श्याम प्रकाश चौधरी का सेवानिवृत्त होना विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था, क्योंकि उन्होंने कई वर्षों तक विभाग की सेवा की और अपने कार्यकाल में उत्कृष्टता की मिसाल पेश की। उनके समर्पण और कार्यशैली ने न केवल अपने सहकर्मियों को प्रेरित किया, बल्कि पूरी आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाया।