फैजान उद्दीन नियाजी
ताजगंज कोलाई स्थित सूफी अंसारी मियां लेयाकती के निवास पर फातिहा का आयोजन किया गया। यह फातिहा लगभग 38 महीने से होती चली आ रही है। सूफी अंसारी मियां लियाकत ने बताया कि यह फातिहा मेरे गुरु हजरत ख्वाजा सूफी मुन्ने मियां भैसोड़ी शरीफ रहमतुल्लाह आले की मनाई जा रही है।
सूफी अंसारी मियां ने बताया कि सोफिया का सबसे पहला काम गरीब असहाय लोगों की मदद करना होता है। जिससे कि अल्लाह तबारक ताला व रसूले खुदा खुश होते हैं। रमजान उल मुबारक का माह बड़ा ही रहमतों बरकतों वाला महीना है। इस महीने में गरीब असहाय लोगों की मदद करने से अल्लाह तबारक ताला एक नेगी के बदले 70 ने की का सबब अतः फरमाता है। क्योंकि खुद अल्लाह तबारक ताला कुरान पाक में फरमाता है कि मेरी मखलूक से मोहब्बत करो जो शख्स अल्लाह की लखनऊ से मोहब्बत करता है उससे अल्लाह भी मोहब्बत करता है।
पंजतन ए पाक की मोहब्बत हमारा ईमान होना चाहिए फातिहा में बाद नमाज असर जिक्रे अल्लाह वो रसूल अल्लाह किया गया। तत्पश्चात रोजा इफ्तार का भी आयोजन किया गया तथा बाद नमाज मगरिब आए हुए सभी अकीदत मन दो के लिए लंगर का भी अपमान किया गया साथ ही आने वाली ईद के मध्य नगर सूफी साहब ने लेडीस और जेंट्स कपड़ों का भी वितरण किया साथ ही कहा कि अगर किसी शख्स को रमजान उल मुबारक के माह में कोई दिक्कत आए तो वह मेरे गरीब खाने पर तशरीफ ला सकता है। मुझे जैसा भी अल्लाह तबारक ताला ने नवादा है ।
मैं उसकी मदद करने को बाद देखूंगा फातिहा में मुख्य रूप से इस्लाम अंसार मुरादाबाद आबिद अंसार तहसील मिलक रामपुर सलीम अंसार रामपुर डिस्ट्रिक्ट जाहिद अंसार राजस्थान रियाजुद्दीन राजू अंसार इमामुद्दीन अंसार राजू अंसार शमशाबाद इकबाल मौलाना सूफी दिलकश जालौन पीरजादा मोहम्मद नाजिम अंसारी सुसु अंसारी जुनेद अंसारी कासिम अंसारी मुरादी संदली आदि लोग शामिल रहे।