“मां की चीखें अब भी गूंज रही हैं… बेटे की हत्या ने छीन लिया उसका चैन”
आगरा। थाना किरावली क्षेत्र में एक युवक की हत्या के मामले में न्याय की आस में तीन महीने से भटक रही मलपुरा क्षेत्र की एक बेसहारा मां की पुकार आखिरकार पुलिस आयुक्त तक पहुंची। गुरुवार को पुलिस आयुक्त के आदेश पर थाना किरावली में छह नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि, अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। मां तारावती अब भी बेटे की तस्वीर सीने से लगाए इंसाफ की राह देख रही है।
घटना 1 अप्रैल की है, जब तारावती का इकलौता 20 वर्षीय बेटा अमन कुछ दोस्तों के साथ घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। अगले दिन उसकी लाश किरावली क्षेत्र की मिढ़ाकुर चौकी अंतर्गत लेदर पार्क के पास एक नाले में मिली। आधार कार्ड से उसकी पहचान की गई।परिजनों का आरोप है कि अमन की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई। तारावती ने बताया कि अमन का थाना शाहगंज क्षेत्र की अनीसा नामक युवती से प्रेम संबंध था, जिसे लेकर युवती के परिजन और उनके साथ जुड़े कुछ युवक रंजिश रखते थे। आरोप है कि इन्हीं लोगों ने अमन को बहाने से बुलाकर उसकी हत्या कर दी।तारावती द्वारा दी गई तहरीर में अनीसा के पिता विलिया, भाई राकेश, राहुल पांडे समेत छह लोगों को नामजद किया गया है। परिवार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बावजूद पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज की और न ही किसी आरोपी को गिरफ्तार किया। उल्टा, उन्हें धमकाया गया कि अगर वे आगे बढ़े तो अंजाम भुगतना होगा।बावजूद इसके, मां हार नहीं मानी। न्याय की गुहार लेकर वह लगातार पुलिस और प्रशासन के चक्कर काटती रही। आखिरकार पुलिस आयुक्त के पास अपनी व्यथा रखने के बाद ही मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद दयनीय है — पति बीमार हैं, बेटा खो चुका है — लेकिन मां ने हिम्मत नहीं हारी।तारावती कहती हैं, “मैंने हर अधिकारी से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब तीन महीने बाद मुकदमा तो लिखा गया है, पर जब तक मेरे बेटे के हत्यारे जेल में नहीं होंगे, मुझे नींद नहीं आएगी।”अब देखना यह होगा कि थाना किरावली पुलिस इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाती है और क्या पीड़िता को न्याय मिल पाएगा, या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दफ्न रह जाएगा।