आगरा: अक्सर सर्दी के मौसम में गरीबों को ठंड से बचाने के लिए जिला प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं कंबल वितरण अभियान चलाती हैं, लेकिन इस बार एक अनोखी पहल की शुरुआत की है आगरा के कोतवाली प्रभारी डी. के. लांबा ने। उन्होंने रात्रि के समय स्वयं अपनी टीम के साथ गरीबों के बीच जाकर कंबल बांटे, जो खुले आकाश के नीचे फुटपाथ, सड़क आदि पर सो रहे थे।
सरकारी फंड से वितरण की बजाय खुद किया कंबल वितरण
अब तक गरीबों को कंबल बांटने का कार्य सरकारी फंड से तहसीलदार, लेखपाल और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया जाता था। लेकिन इस बार कोतवाली प्रभारी डी. के. लांबा ने रात्रि के समय पुलिस विभाग की ओर से एक नई पहल शुरू की। उन्होंने रविवार की रात को स्वयं अपनी टीम के साथ जाकर उन गरीबों को कंबल बांटे, जो सर्दी में फुटपाथों और खुले स्थानों पर चादरों में लिपटे हुए सो रहे थे। कंबल प्राप्त करने के बाद इन लोगों के चेहरों पर एक नई उम्मीद और राहत की झलक देखने को मिली।
पुलिस की नई परंपरा और संदेश
कोतवाली प्रभारी डी. के. लांबा ने इस कंबल वितरण अभियान को शुरू कर पुलिस विभाग में एक नई परंपरा का आगाज किया है। उन्होंने न केवल गरीबों को कंबल दिए, बल्कि सभी थाना प्रभारीयों को यह संदेश भी दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में रात्रि के समय गरीबों की मदद करें और उन्हें ठंड से राहत दिलाने के लिए कंबल बांटें। इस पहल के तहत, कोतवाली प्रभारी और उनकी टीम ने आगरा शहर के विभिन्न स्थानों पर कंबल बांटे, जिनमें मनकामेश्वर मंदिर के निकट रावत पाड़ा, धूलियागंज चौराहा और सेब का बाजार प्रमुख स्थान थे।
महिला स्टाफ का योगदान
इस कार्य में महिला प्रशिक्षु उप निरीक्षक काजल और डोली पाल सहित अन्य पुलिसकर्मी भी सक्रिय रूप से शामिल हुए। उन्होंने अपने हाथों से गरीबों को कंबल बांटे और इस नेक कार्य में अपनी पूरी मदद दी। पुलिस की यह टीम दिखा रही है कि सेवा और मानवता के मामले में वे हर स्तर पर अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं।
कोतवाली प्रभारी की मानवीय सोच
कोतवाली प्रभारी डी. के. लांबा ने संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि गरीबों की मदद करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और मन को सुकून मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य हर उस व्यक्ति को करना चाहिए, जो इस कार्य को करने में सक्षम है। उनका मानना है कि समाज के हर वर्ग को अपने पास मौजूद संसाधनों का उपयोग दूसरों की मदद के लिए करना चाहिए, खासकर ठंड के मौसम में जब जरूरतमंदों के लिए हर छोटी सी मदद बड़ी होती है।
गरीबों का आभार
जिन्हें कंबल प्राप्त हुए, उन्होंने कोतवाली प्रभारी और उनकी टीम का धन्यवाद किया और पुलिस कमिश्नरेट की सराहना की। इन लोगों का कहना था कि पुलिस की यह पहल उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि इस कंबल से उन्हें सर्दी में बहुत राहत मिली है।
कोतवाली प्रभारी डी. के. लांबा की यह पहल न केवल गरीबों के लिए एक उम्मीद का संदेश है, बल्कि यह पुलिस विभाग की मानवीय दृष्टिकोण को भी उजागर करती है। उन्होंने यह साबित किया कि पुलिस सिर्फ अपराधों पर नियंत्रण नहीं रखती, बल्कि समाज में व्याप्त असमानताओं और समस्याओं के समाधान के लिए भी अपना योगदान देती है। इस प्रकार की पहल निश्चित ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगी और एक बेहतर समाज की स्थापना में मददगार साबित होगी।