चिकित्सक ने कहा हम नहीं करते है प्राईवेट प्रैक्टिस, नहीं करवाया रजिस्ट्रेशन
अलीगंज, एटा: चिकित्सा माफिया लोगों को बेबकूफ बनाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे है। झोलाछापों ने एक सरकारी डाक्टर के नाम से ही अस्पताल खोल रखा है और गरीब मरीजों की जिन्दगी से खिलवाड करने पर उतारू है। हालांकि इस अस्पताल में पहले ही एक घटना हो चुकी है, जिसमें एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है। सरकारी तंत्र की मेहरबानी से चल रहे इस हास्पीटल में लोग उपचार करने आ रहे है। अब देखना है कि इस अस्पताल पर विभाग क्या कार्यवाही करता है। वहीं दूसरी ओर जिस चिकित्सक के नाम का बोर्ड लगाकर लोगों के ऑपरेशन से लेकर अन्य उपचार किए जा रहे हैं वह चिकित्सक जनपद फर्रूखाबाद में सरकारी अस्पताल में कार्यरत है।
अलीगंज नगर में झोलाछाप बाढ की तरह से फैल चुके है, जिनकी चपेट में आकर कई लोग काल-कलवित हो चुके है। कई अस्पताल और क्लीनिक संचालक विभाग में किसी चिकित्सक की डिग्री लगाकर रजिस्ट्रेशन प्राप्त कर लेते है और बेरोकटोक अप्रशिक्षित झोलाछाप लोगों का उपचार कर देते है।
नगर के सराय अगहत रोड पर संचालित केपी हास्पीटल का भी ऐसा ही हाल है। इसके संचालक ने फर्रूखाबाद के सरकारी अस्पताल में तैनात चिकित्सक अमरनाथ टक्कर के नाम से बोर्ड लगाया है। जब अमरनाथ टक्कर से बात की तो उन्होंने बताया कि वह फर्रूखाबाद के जिला अस्पताल में चिकित्सक हैं और ना ही मेरा रजिस्ट्रेशन और न ही मैंने कागज दिए है। जानकारी लेकर कार्यवाही की जाएगी। जब इस सम्बन्ध में केपी हास्पीटल के संचालक कैलाश चन्द्र शाक्य से फोन पर वार्ता करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।