मेरठ: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में भीषण गर्मी के दौरान एक पावर ट्रांसफार्मर के क्षतिग्रस्त होने के मामले में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) ने बड़ी कार्रवाई की है। दो अधिशासी अभियंता सहित कुल चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई बाबूगढ़ उपकेंद्र पर सुरक्षा प्रणाली में कमी पाए जाने के कारण की गई, जिससे ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया और उपभोक्ताओं को लंबे समय तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ा।
सुरक्षा प्रणाली में कमी से हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, विद्युत वितरण खंड हापुड़ के अंतर्गत 33/11 केवी बाबूगढ़ उपकेंद्र पर स्थापित 10 एमवीए का ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया था। इस घटना के कारणों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया था। जांच में पाया गया कि उपकेंद्र पर पर्याप्त सुरक्षात्मक प्रणाली मौजूद नहीं थी, जिसके कारण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुआ। घंटों बिजली गुल रहने से उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इन अधिकारियों पर गिरी गाज
लापरवाही बरतने के आरोप में जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित किया गया है, उनमें:
- राघवेंद्र प्रताप वर्मा (अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड हापुड़)
- राजवीर सिंह (अधिशासी अभियंता, विद्युत परीक्षण खंड)
- तुषार श्रीवास्तव (उपखंड अधिकारी)
- अवधेश कुमार (अवर अभियंता)
शामिल हैं।
प्रबंध निदेशक ने दी सख्त चेतावनी
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक ईशा दुहन ने इस कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कर्तव्यों और दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरतने, तथा विभाग को वित्तीय हानि पहुँचाने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि निगम की छवि धूमिल करने और कार्य में लापरवाही प्रदर्शित होने पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
गौरतलब है कि इसी माह शारदा रोड स्थित बिजली उपकेंद्र पर ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने के बाद भी अधिशासी अभियंता अमित पाल को निलंबित कर दिया गया था। यह दर्शाता है कि निगम बिजली आपूर्ति में लापरवाही को लेकर अब सख्त रुख अपना रहा है। भीषण गर्मी के मौसम में बिजली आपूर्ति का बाधित होना आम जनता के लिए बड़ी समस्या बन जाता है, ऐसे में यह कार्रवाई एक कड़ा संदेश देती है।