आगरा। आगरा पुलिस ने मोबाइल टावरों से बैटरियां चुराने वाले एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है। थाना बसई अरेला पुलिस और सर्विलांस सेल (पूर्वी) की संयुक्त कार्रवाई में इस गैंग के आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की 19 टावर बैटरियां, 6 पावर केबल, कटर, बेल्चा, स्क्रूड्राइवर, कई मोबाइल फोन, 4200 रुपये नकद और एक होंडा कार बरामद की है। बरामद बैटरियों की अनुमानित कीमत लगभग 5 लाख रुपये है।
रात के अंधेरे में देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस के अनुसार, यह गैंग बेहद शातिर तरीके से रात के समय मोबाइल टावरों को निशाना बनाता था। इनकी कार्यप्रणाली यह थी कि जैसे ही टावर पर तैनात सुपरवाइजर या गार्ड अपनी जगह से हटता था, ये चोर सक्रिय हो जाते थे। अपनी पहचान छुपाने के लिए ये सबसे पहले टावर पर लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ देते थे, ताकि उनकी करतूत कैमरे में कैद न हो सके।
तीन राज्यों में फैला था चोरों का जाल
यह अंतरराज्यीय गैंग सिर्फ उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं था, बल्कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के शहरों और गांवों में भी सक्रिय था। पुलिस जांच में अब तक पूर्वी जोन में इस गैंग द्वारा आठ चोरी की वारदातों की पुष्टि हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस गैंग में शामिल दो सदस्य पूर्व में एक टावर कंपनी में टेक्नीशियन के तौर पर काम कर चुके हैं, जिसके कारण उन्हें मोबाइल टावर के नेटवर्क और तकनीक की पूरी जानकारी थी, जिसका वे चोरी में इस्तेमाल करते थे।
डीसीपी ने किया खुलासा, सभी आरोपी भेजे गए जेल
पूर्वी डीसीपी अली अब्बास ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानों में पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कुछ अन्य सदस्य अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। डीसीपी ने बताया कि बरामद बैटरियों की कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है और सभी गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
एसीपी पिनाहट के नेतृत्व में चली कार्रवाई
इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की कार्रवाई एसीपी पिनाहट के नेतृत्व में थाना बसई अरेला पुलिस और सर्विलांस टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई। यह गैंग पूर्वी जोन में लंबे समय से सक्रिय था और मोबाइल टावरों से बैटरियों की सिलसिलेवार चोरी की वारदातों को अंजाम देकर पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था। पुलिस की इस सफलता से उम्मीद है कि क्षेत्र में मोबाइल टावर बैटरी चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।