आगरा – 3 सितंबर को जगनेर में एक घायल गाय को समय पर इलाज नहीं मिल पाया, क्योंकि सरकारी पशु चिकित्सालय पर ताला लगा हुआ था। ग्वाल बाबा ह्यूमैनिटी फाउंडेशन के सदस्य नीरज कुमार बघेल ने एक चोटिल गाय को देखा और उसे मदद के लिए सरकारी पशु चिकित्सालय पहुंचाया, लेकिन वहां ताला बंद मिला।
नीरज ने तुरंत इसकी जानकारी संस्था के राष्ट्रीय सचिव सचिन शर्मा और संस्थापक एस के द्विवेदी को दी। इसके बाद, एक निजी पशु चिकित्सक की सलाह पर गाय को दवाइयां दी गईं और उसकी मरहम-पट्टी की गई।
सरकारी डॉक्टर वेतन ले रहे, लेकिन काम नहीं
संस्था के सदस्यों ने सरकारी पशु चिकित्सालय के कर्मचारियों पर नाराजगी जाहिर की। उनका कहना है कि सरकारी वेतन लेने के बावजूद ये लोग अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं कर रहे हैं, जिससे जरूरतमंद पशुओं को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।
ग्वाल बाबा ह्यूमैनिटी फाउंडेशन ने इस लापरवाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। संस्था ने जल्द ही एक बैठक कर ऐसे सरकारी अस्पतालों का दौरा करने की योजना बनाई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पशु चिकित्सक अपना काम ईमानदारी से करें।