आधा दर्जन से अधिक लोगों और कई पशुओं को बनाया निशाना
कोमल सोलंकी
मथुरा। होली से पहले फालैन में पागल कुत्ते ने कोहराम मचाया हुआ है। लोग घरों से निकलने में डर रहे हैं। बच्चों, बड़ों के साथ मवेशियों पर भी कुत्ता हमलावर हो जाता है। प्रयास के बाद भी ग्रामीण कुत्ते को पकड़ नहीं पा रहे हैं। कोसी शेरगढ रोड स्थित गांव फालैन में पागल श्वानों ने गांव में दहशत मचा रखी है। वह ग्रामीणों पर हमलावर है। कई मासूमों को गंभीररूप से घायल कर चुका है। बडे बुजुर्ग एवं पशुओं तक को अपना शिकार बना रहे हैं। कई बच्चों की तो जिंदगी पर बन आई है। कई के चेहरे फाड दिए हैं। ग्रामीण उसकी तलाश में घूम रहे हैं।
पिछले पांच दिनों से पागल खूंखार कुत्ते लोगों पर लगातार हमले कर रहे हैं। उनके रास्ते में जो आता है उसका शिकार बनता है। कुत्ते लोगों से लेकर पशुओं तक को नहीं बख्श रहे हैं। हमले के दौरान वे जिसे भी पकडते है उसके शरीर से मांस को अलग करके ही मानते हैं। अब तक कुत्तों ने कई बच्चों को शिकार बनाया है।
गांव के आरव, भूरा, सुनील, शिवानी पुत्री लाला पहलवान, अभिषेक पुत्र गौरव, अशोक पुत्र मोहित, भगत सिंह पुत्र गिरधर सहित करीब आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को पागल कुत्ते ने काटा। कई बच्चों के चेहरे तो कुत्ते ने बुरी तरह से बिगाड़ दिए है। बच्चे आरव के चेहरे पर करीब 70 टांके लगे हैं। उसके चेहरे को कई जगह से फाड दिया है। बच्चे को शहर के आर्य नगर स्थित लाइफ लाइन हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
पागल कुत्ते ने पशुओं पर भी कई बार हमला किया और कई पशुओं को काटा है। रास्तों में मिलने वाली मवेशियों पर कुत्ता हमला कर देता है। ग्रामीणों ने इससे गांव में संक्रमण फैलने का अंदेशा जताते हुए प्रशासन से पागल कुत्तों को पकड़ने और घायलों के उपचार की मांग की है। ताकि रेबीज का संक्रमण लोगों एवं पशुओं को अपनी चपेट में न ले सके।